नई दिल्ली: राजौरी गार्डन इलाके के चौकीदार की चौकीदारी की एक अलग झलक आप खुद ही देख लें. दिन में एक खाली प्लाट के बीचों-बीच दो गार्ड हाथ में लाठी लिए. सीटी बजाते हुए एक हिस्से से दूसरे हिस्से में आ जा रहे हैं और लगातार खुले प्लाट पर नजर रख रहे हैं. देखकर किसी को भी थोड़ी देर के लिए अजीब लग सकता है कि आखिर इस खाली प्लाट में ऐसा कौन सा खजाना छिपा है, जिसकी रखवाली ये गार्ड कर रहे हैं. हमारे मन मे भी ये हालात देखकर थोड़ा अजीब लगा. हमने गार्ड से इसका कारण पूछा तो लगा बताने कि भैया ये कोरोना के कारण हुआ. लॉकडाउन जो न कराए, जो करम पहले कभी नहीं किए अब पेट पालने के लिए करना पड़ रहा.
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दरअसल, इनकी ड्यूटी लगी है, इस खाली प्लाट में कोई कूड़ा, मलबा न फेंके. साथ ही यहां शौच न करे और शराब भी ना पिये. इसी बात की निगरानी इन्हें दिन भर करनी है. वह भी प्लाट के चारों ओर घूम-घूमकर और सीटी बजाकर, सो कर रहे हैं. ये बताते हैं कि इस काम में चुनौती बहुत है. कई बार लोग झगड़ पड़ते हैं.फिर इनकी कंपनी में तैनात बाउंसर वैसे लोगों को सबक सिखाने आते हैं. इतना ही नहीं अगर कोई लड़की या महिला बदतमीजी करे तो महिला गार्ड मोर्चा संभालती हैं.
काश एजेंसियां भी करें ऐसी पहल
तो वाकई थी न अजीब तरह की चौकीदारी. दरअसल वेस्ट गेट के सामने का ये प्लाट कुछ समय पहले तक घने जंगलों से भरा पड़ा था. लेकिन अब इस प्लाट को एक मॉल के मालिक ने खरीद लिया. लेकिन हालात ऐसे कि जब जिसकी मर्जी हो इसमें कूड़ा-मलबा फेंक दें. और तो और शराबी-स्मेकिये यहां बैठे रहते थे. शौच करने वालों की तो लाइन ही लगी रहती, तब इस प्लाट के मालिक ने यहां गंदगी फैलाने से रोकने के लिए 2 गार्ड बिठा दिए. जिसका असर भी दिख रहा है. काश! सिविक एजेंसी भी इस तरह का कदम उठाए तो राजधानी के अलग-अलग हिस्से में जहां-तहां, कूड़ा-मलबा फेंकने की समस्या का समाधान हो.