नई दिल्ली: कोरोना महामारी की मार ऑटो चालकों पर भी पड़ी है. पश्चिम विहार में ऑटो चालक लाइन लगाकर पैसेंजर के इंतजार में खड़े रहते हैं, लेकिन पैसेंजर की कमी उनके चेहरों पर उदासी बढ़ा रही है. ऐसे में कई घंटों तक वह खाली बैठे रहते हैं.
ऑटो खड़ा नहीं करने देती ट्रैफिक पुलिस
ईटीवी भारत की टीम से बातचीत करते हुए ऑटो चालकों ने बताया कि वह सुबह ही ऑटो लेकर निकल जाते हैं, लेकिन पैसेंजर न मिलने के कारण कई घंटों तक खाली बैठे रहते हैं. उन्हें अधिक परेशानी उस समय होती है, जब पुलिस द्वारा खड़ा नहीं होने दिया जाता और ऑटो का चालान कर दिया जाता है.
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कोरोना काल के बाद आधी हुई कमाई
ऑटो वालों का कहना है कि कोरोना काल के बाद से काम बहुत डाउन हो गया है. ई रिक्शा की वजह से भी पैसेंजर मिलने में काफी मुश्किल होती है. जहां वह पहले रोजाना करीब 700 से 800 रुपये तक कमा लेते थे. वहीं, अब केवल 400 से 500 रुपये तक ही कमा पाते हैं. इसकी वजह से घर का खर्च निकालना भी मुश्किल हो जाता है. उनका कहना है कि यदि स्थिति जल्द ही ठीक नहीं हुई, तो उन्हें और भी अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनके लिए परिवार का पालन-पोषण करना भी मुश्किल होगा.