नई दिल्ली: केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी की रविवार को रामलीला मैदान में होने वाली महारैली की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. एक तरफ जहां अलग-अलग इलाके के विधायकों और कार्यकर्ताओं की मीटिंग हो रही है. वहीं दूसरी तरफ दिल्लीवासियों का साफ तौर पर कहना है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस रैली में शामिल होंगे.
महारैली की महा तैयारी: दिल्ली में "पावर" किसके हाथ में होगी इस बात को लेकर ना सिर्फ राजनीति काफी तेज हुई, बल्कि जुबानी जंग के साथ-साथ धरना प्रदर्शन रैली का दौर भी तेज हो गया है. इसी को लेकर बीते दिनों बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच खूब द्वंद चला. मामला सुप्रीम कोर्ट तक चला गया. फिर कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के हाथ में पावर दे दी. हालांकि रातों रात केंद्र सरकार ने इस आदेश के खिलाफ अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया और फिर से पावर एलजी के हाथों में दे दिया. इस बात पर आम आदमी पार्टी बौखला गई और केजरीवाल ने इसके खिलाफ रामलीला मैदान में केंद्र के विरुद्ध महारैली की घोषणा कर दी.
रैली को सफल बनाने में जुटे आम लोग: केजरीवाल इस अध्यादेश के खिलाफ अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त करने के लिए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मुलाकात की. कईयों का समर्थन भी हासिल किया. अब इस महारैली को सफल बनाने के लिए इलाके में जोरदार तैयारी चल रही है. अब आम लोग भी आदमी पार्टी के समर्थन में इस रैली को सफल बनाने में जुट गए है. विकासपुरी विधानसभा इलाके के लोगों का साफ कहना है कि केजरीवाल सरकार लोगों के लिए बढ़िया काम कर रही है. केंद्र सरकार अड़ंगा लगा रही है. इसलिए वे इस महारैली में परिवार के साथ जाने का मन बना रखा है.
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लोगों का कहना है केंद्र और राज्य के बीच चल रही इस राजनीति से आम लोगों को नुकसान पहुंच रहा है. हालांकि लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि आम आदमी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है. लोगों ने कहा कि बीजेपी जानबूझकर सरकार को काम नहीं करने दे रही है. इसलिए दिल्ली सरकार ने इस रैली का आयोजन कर रही है. लोग इसका समर्थन करने को तैयार हैं.
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