नई दिल्ली: बेहद सुरक्षित मानी जाने वाली तिहाड़ जेल में एक बार फिर हत्या जैसे संगीन वारदात को अंजाम दिया गया, जिससे तिहाड़ जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठ खड़ा होता है.
23 साल के कैदी दिलशेर जो अंडर ट्रायल प्रिजनर था, तिहाड़ की जेल नंबर 3 में बंद था. सोमवार सुबह 3 अन्य अंडर ट्रायल प्रिजनर ने किसी धारदार चीज से दिलशेर पर सोते हुए में हमला कर दिया और घायल होने के बाद जब उसे जेल के ही अस्पताल में ले जाया गया. तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
दिलशेर जहांगीरपुरी इलाके का रहने वाला था और उस पर भी हत्या सहित कई और आपराधिक मामले दर्ज थे. घटना की जानकारी के बाद तिहाड़ जेल नंबर तीन पर काफी संख्या में उसके परिजन जमा हो गए और उनका कहना है कि तिहाड़ जेल के अंदर आखिर चाकू आया, तो कहां से आया और यह वारदात हुई है. इसमें सरासर लापरवाही तिहाड़ जेल प्रशासन की है. उसके पिता ने इस घटना के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन को दोषी ठहराया है.
कैदियों की सुरक्षा पर सवाल
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर तिहाड़ जेल से डिप्टी सुपरिटेंडेंट द्वारा पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. जिसमें कहा गया कि सुबह 7 बजकर 30 मिनट के करीब मृतक पर तीन कैदियों ने हमला किया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
लेकिन इस घटना से तिहाड़ में बंद कैदियों की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है और अभी सितंबर महीने में ही एक अन्य जेल में एक कैदी की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद जेल में बंद अन्य कैदियों ने जेल के अंदर हंगामा भी किया और उसका वीडियो भी वायरल हुआ था.