नई दिल्ली: राजेंद्र नगर में रहने वाले कारोबारी को तिहाड़ जेल से व्हाट्सएप कॉल पर ढाई करोड रुपए की रंगदारी मांगी गई. रंगदारी मांगने वाले कुख्यात बदमाश नीरज बवानिया के साथी नवीन बाली और अमित शुक्ला निकले. अमित शुक्ला पत्रकार सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड में दोषी है. इस मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने जेल में बंद दोनों कैदियों सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें जेल में बंद बदमाशों को सुपारी देने वाला कारोबारी अभय वर्मा भी शामिल है.
23 फरवरी को चलाई थी कारोबारी पर गोली
डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि बीते 23 फरवरी को राजेंद्र नगर इलाके में एक कारोबारी के घर में उन पर गोली चलाई गई थी. इस गोली के छर्रे उनके परिवार के दो सदस्यों को लगे थे. इस घटना की वीडियो भी हमलावरों ने बनाई थी. इसके बाद कारोबारी को 2.5 करोड़ रुपए की रंगदारी के लिए फोन किया गया. यह व्हाट्सएप कॉल तिहाड़ जेल से की गई थी. इस शिकायत पर राजेंद्र नगर थाने में हत्या प्रयास और आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया. इस मामले की छानबीन राजेंद्र नगर एसएचओ सतेंद्र मोहन की देखरेख में एसआई रणवीर सिंह और अली अकरम गई.
कारोबारी ने जेल में बंद बदमाशों को दी सुपारी
जांच में पुलिस को पता चला कि कारोबारी को धमकाने वाले तिहाड़ जेल में बंद नवीन डबास उर्फ बाली और अमित शुक्ला उर्फ गोल्डी हैं. दोनों नीरज बवाना गैंग के कुख्यात बदमाश हैं. अमित शुक्ला महिला पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या का दोषी है. यह भी पता चला कि इन बदमाशों को धमकी देने के लिए सुपारी अभय अरोड़ा नामक कारोबारी ने दी थी जो पहले पीड़ित का बिजनेस पार्टनर था. पुलिस टीम ने अभय अरोड़ा को पालम से गिरफ्तार कर लिया. उसका मोबाइल जब्त किया गया जिसमें नवीन और अमित से बातचीत का ऑडियो लखन वर्मा द्वारा उसे भेजा गया था.
रुपयों के लेनदेन को लेकर था विवाद
अभय ने पुलिस को बताया कि कारोबारी से रुपयों के लेनदेन को लेकर उसका विवाद था. उसने यह बात लखन वर्मा को बताई जिसका रिश्तेदार सुशील उर्फ शीलू पुल प्रहलादपुर का घोषित बदमाश है. सुशील ने अभय अरोड़ा को बताया कि वह उसके पैसे दिलवा देगा, लेकिन इसके लिए वह रंगदारी वसूलेंगे. इसमें से 20 फीसदी रकम वह लेगा. इस जानकारी पर पुलिस ने लखन को गिरफ्तार किया. लखन के मोबाइल से सुशील की बातचीत के कई ऑडियो पुलिस को मिले. इसके अलावा एक वीडियो भी मिला जो सुशील ने उसे भेजा था. इस वीडियो में कारोबारी के घर पर चलाई गई गोली का वीडियो बनाया गया था.
सुशील की जेल में बातचीत के मिले सबूत
इस खुलासे के बाद जंगपुरा से सुशील को गिरफ्तार किया गया. उसके मोबाइल से भी नवीन और अमित शुक्ला से बातचीत के कई साक्ष्य मिले. उसे यह वीडियो जेल में बंद अमित शुक्ला ने भेजा था. इसके बाद पुलिस ने नवीन डबास और अमित शुक्ला को गिरफ्तार किया जो जेल में बंद हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने 2.5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी. इसमें से 25 लाख रुपये सुशील को, 50 लाख अभय वर्मा को और बचे हुए 1.75 करोड़ रुपये उन्हें लेने थे. रंगदारी मांगने की कॉल को वह जेल से सुशील को भेजते थे.
गोली चलाने वाले भी हुए गिरफ्तार
अमित शुक्ला ने पुलिस को बताया कि उनके साथ पहले जेल में नितेश, अंकित और वरुण वशिष्ठ बंद थे. उनको कारोबारी के घर पर गोली चलाने के लिए उन्होंने भेजा था. इस जानकारी पर पुलिस ने नितेश, अंकित और वरुण वशिष्ठ को गिरफ्तार कर लिया. वरुण के पास से एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए जिनका इस्तेमाल वारदात में हुआ था. उस दिन वह तीनों स्कूटी पर बैठकर वहां पहुंचे और गोली चलाते समय बकायदा वीडियो बनाया. यह वीडियो उन्होंने नवीन को भेजा था जिसने बाद में जेल से इसे सुशील को भेजा था. सुशील ने बाद में यह वीडियो लखन के माध्यम से अभय को भेजा था.