नई दिल्ली: राजधानी में जगह जगह अकसर कूड़े की समस्या सामने नजर आती है. ऐसा ही नजारा लाडो सराय का है. जहां बड़ा कूड़ेदान होने के बावजूद भी लोग कूड़ा बाहर ही फेंक जाते हैं. जिसकी वजह से आस पास के इलाके में बदबू बनी रहती है. साथ ही खतरनाक बीमारियों का खतरा बना रहता है.
बीमारी फैलने का बना रहता है डर
बता दें कि लाडो सराय में बड़ा कूड़ेदान होने के बाद भी गाड़ी वाले और वहां की कॉलोनी के रहने वाले लोग कूड़ा घर के बाहर ही कूड़ा फेंक जाते हैं. साथ ही एमसीडी भी कई महीने में एक या दो बार ही कूड़ा उठाती है. जिसकी वजह से बीमारी फैलने का डर रहता है. क्योंकि ये कूड़ा गिला और सूखा होने के कारण पूरा सड़ जाता है. जिससे आस पास के इलाके में बदबू रहती है. साथ ही उसपर मख्खियां भिनकती रहती है और जानवर भी इस कूड़े को खाते हैं. जिससे वो भी बीमार रहते हैं. लेकिन यहां किसी को भी उससे फर्क नहीं पड़ता है. सब लोग उसकी शिकायत प्रशासन या नेता से तो करते हैं, लेकिन खुद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं.
सफाई कर्मचारी का क्या है कहना
वहीं सफाई कर्मचारी का कहना है कि लोग हर चीज के लिए सरकार और प्रशासन को दोष देते हैं. लेकिन सरकार ने जो लोगों के लिए व्यवस्थाएं बनाई है, तो लोग उसका सही से इस्तेमाल क्यों नहीं करते. प्रधानमंत्री ने सफाई के लिए इतना बड़ा अभियान चला रखा है, लेकिन कुछ लोग इस चीज को मानने को तैयार नहीं है. सफाई केवल सरकार या प्रशासन की ही जिम्मेदारी नहीं बल्कि हम सभी की है.