नई दिल्ली: विदेश जाने का सपना देखने वाले लोग अकसर झांसे में आ जाते हैं.कई ठगी गैंग लोगों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम देते हैं ऐसा ही एक मामला राजधानी में सामने आया है.
जानते हैं पूरा मामला
डीसीपी के मुताबिक 30 जून 2019 को गुरदासपुर, पंजाब निवासी अमरीक सिंह ने शिकायत की थी. शिकायत के बाद एसीपी के देखरेख और एसएचओ संजीव कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई.
शिकायत में पीड़ित ने बताया कि उनका एक रिश्तेदार निरंजन सिंह कुछ समय से कनाडा जाना चाह रहा था. उनके दोस्त विक्रमजीत सिंह ने फेसबुक पर कनाडा का वीजा दिलवाने की पोस्ट देखी थी.
उस पर दिये गए नंबर पर संदीप सिंह से संपर्क किया गया तो उसने कनाडा भेजे जाने का आश्वासन दिया.
37 लाख की डिमांड रखी
कनाडा में वर्क परमिट दिलवाने के नाम पर उसने 37 लाख की डिमांड की थी. 28 जून को निरंजन सिंह अपने दोस्त व रिश्तेदारों के साथ दिल्ली पहुंचे थे.
उन्हें वाट्सएप कॉल कर एजेंट ने वसंत कुंज के एक होटल में बुलाया. वहां पर पैसों के लेनदेन की बात हुई. अगले दिन विनीत नाम के शख्स ने भी वाट्सएप कॉल कर उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचने और टिकट मुहैया करवाने की बात कही थी.
फेक अफसर बनकर पैसे ले गए
इसी दौरान जिस होटल में निरंजन के रिश्तेदार ठहरे हुये थे वहां पर कुछ लोग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफिसर्स बनकर पहुंचे और रकम, मोबाइल और डीवीआर लेकर पीड़ित को सकुशल भेजने का आश्वासन देकर निकल गये.
बाद में उन्हें ठगी का एहसास हुआ और पुलिस को शिकायत की थी. पुलिस ने महिपालपुर, वसंत कुंज और पंजाब के जिरकपुर के होटलों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली और 7 जुलाई को नोएडा के सेक्टर-55 स्थित होटल से दोनों आरोपियों को दबोच लिया.पुलिस इस गिरोह के मास्टरमाइंड सचिन शर्मा की तलाश कर रही है.
बता दें कि आरोपियों के पास से पांच लाख रुपये नकदी 14 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक आई-10 कार बरामद हुई है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शिवम कायस्थ ओर इश्वेंद्र सिंह उर्फ सन्नी गिल है.