नई दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर टिकट के बंटवारें में आर के पुरम विधानसभा में बड़ा उलट फेर हुआ है. यहां स्थानीय और पुराने कांग्रेस नेताओं को दरकिनार कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा के पूर्व स्पीकर योगानन्द शास्त्री की बेटी प्रियंका सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया गया है.
प्रियंका सिंह को मिला टिकट
आज प्रियंका सिंह के आवास वसंत विहार में कुछ कांग्रेसी कार्यकर्त्ता और खुद योगानन्द शास्त्री शुभकामना देने के लिए आये थे. दरअसल शनिवार शाम तक कांग्रेस पार्टी ने बड़ी माथापच्ची के बाद 54 सीटों के उम्मीदवारों पर मोहर लगाई. कई सीटों के लिए पार्टी को बहुत माथापच्ची करनी पड़ी. जिसमें से आर. के. पुरम सीट भी थी. यहां से पुराने कई कांग्रेस नेता टिकट के लिए जोर आजमाइश में लगे थे, लेकिन प्रियंका सिंह को टिकट दिया गया.
'वसंत विहार से है पुराना रिश्ता'
प्रियंका सिंह का कहना है कि इस क्षेत्र से उनका पुराना नाता है, वो यहां वसंत विहार में 18 सालों से रह रही है, इलाके की समस्याओं को अच्छे से समझती है. उन्होंने कहा कि अपने पिता के आर्शीवाद से ही मैं आगे काम करूंगी.
बेटी से मिलने पहुंचे योगानंद शास्त्री
आपको बता दें कि योगानंद शास्त्री कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे हैं और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है, लेकिन आज वो बेटी को समर्थन और आशीर्वाद देने खुद उनके घर पर पहुंच गए.
'चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा'
प्रियंका सिंह का कहना है कि उनके पिता का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है और पूरा चुनाव उनके ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा. ईटीवी भारत ने योगानन्द शास्त्री से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. अब देखना होगा की आर के पुरम की जनता या फिर कांग्रेसी कार्यकर्त्ता प्रियंका सिंह को कितनी तव्वजों देते हैं.