नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के छावला थाना इलाके में एक महिला कांस्टेबल के फांसी लगाने का मामला सामने आया है. कांस्टेबल दुर्गा बिहार में रहती थी और अपने घर के टॉयलेट में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
क्या था मामला
डीसीपी द्वारका एंटो अल्फोंस ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि महिला पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रही थी और वह देसी दवाइयां ले रही थी. महिला कांस्टेबल ललिता 33 साल की थी. उन्हें छावला पुलिस थाने में नाइट ड्यूटी दी गई थी. यहां पर वह रिसेप्शन पर रहती थी.
बुधवार रात उनकी ड्यूटी थी, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं आई. कॉल करने के बाद भी जब उसका कोई रिस्पांस नहीं आया तो पुलिस कर्मी थाने से जाकर पुलिस कर्मियों ने उसके घर को नॉक किया, लेकिन जब महिला ने गेट नहीं खोला. इसके बाद रात 11:15 बजे पीसीआर कॉल किया गया और बताया गया कि कांस्टेबल ललिता कमरा नहीं खोल रही थी.
जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस टीम पहुंची. किसी तरह घर को खोला गया. अंदर जाकर देखा तो ललिता का शव बाथरूम के वेंटीलेटर पर चुन्नी के सहारे झूल रहा था. पुलिस टीम उसे तुरंत पास के अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
हालांकि पहले इस मामले में यह भी सामने आ रहा था की थाने का ही एक मुंशी इस महिला को प्रताडित कर रहा था. लेकिन पुलिस की तरफ से ऐसे सभी आरोपों को खारिज किया गया है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार किसी पुलिस स्टाफ पर ऐसा कोई आरोप नहीं है.