नई दिल्ली: दिल्ली में सर्दियों के मौसम में होने वाले पॉल्यूशन को रोकने और उससे निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान 2023-24 तैयार किया गया है. इसके तहत एमसीडी ने 13 हॉटस्पॉट की पहचान की है. इनमें द्वारका उपनगरी से लेकर पश्चिमी दिल्ली का सबसे पॉश इलाका पंजाबी बाग, साउथ वेस्ट दिल्ली का आरके पुरम सहित रोहिणी, नरेला, बवाना, मुंडका, वजीरपुर, ओखला, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, विवेक विहार और मायापुरी शामिल है.
इन इलाकों में प्रदूषण रोधी काम करने के लिए संबंधित डीसी को जोन का नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है. एमसीडी की योजना है कि जोनल कार्यालयों द्वारा विभिन्न प्रदूषण रोधी उपाय किए जाएंगे. इसमें कूड़े/प्लास्टिक कचरे का समुचित निस्तारण, सी एंड डी कचरे की अवैध डंपिंग को रोकना और चालान के माध्यम से उल्लंघन कर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करना शामिल है.
एमसीडी ने धूल नियंत्रण और प्रबंधन सेल का भी गठन किया है. सभी अधीक्षण अभियंता और निदेशक (उद्यान) इस सेल के सदस्य हैं. धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने और प्रदूषण कम करने के लिए सीएक्यूएमएडीपीसीसी द्वारा जारी उपायों सलाहों की निगरानी और कार्यान्वयन के लिए नियमित बैठकें की जाएगी. दिल्ली नगर निगम जन संचार माध्यमों और अभियानों के माध्यम से लोगों को वायु प्रदूषण के बारे में जागरूक करेगी. दिल्ली सरकार के ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप (सीपीसीबी) और 311 मोबाइल ऐप (एमसीडी) जैसे शिकायत निवारण तंत्र की प्रभावी ढंग से निगरानी की जाएगी और शिकायत का समय पर समाधान किया जाएगा.
एमसीडी ने खुले में कूड़ा जलाने की गतिविधियों को रोकने के लिए 932 अधिकारियों और कर्मचारियों की कुल 383 निगरानी टीमों का गठन किया है. एमसीडी के उद्यान विभाग ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जा रहा है. सड़क की धूल को नियंत्रित करने के लिए हरियाली बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे है. फ्लाईओवर के नीचे खुले क्षेत्रों, उद्यानों, निगम भवनों और सड़कों को हरा-भरा करने का काम किया जा रहा है.