नई दिल्ली: EOW ने बाइक बोट नाम की पोंजी स्कीम का लालच दे कर 42 हजार करोड़ की ठगी मामले में 2 और आरोपी को गिरफ्तार किया है. जिनकी पहचान लखनऊ के बद्री नारायण तिवारी और नोएडा के विजय कुमार के रूप में हुई है. इस मामले में अब तक 23 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
पोजी स्कीम का लालच देकर ठगी का मामला
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पोंजी स्कीम का लालच दे कर लोगों से 42 हजार करोड़ की ठगी करने वाली मेसर्स गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी का खुलासा किया था. कंपनी के प्रमोटर्स लोगों से मिलकर एक पोजी बोट बाइक स्कीम का झांसा देते थे. जिसमें उन्हें 62 हजार रुपये बाइक की कीमत के नाम पर कंपनी को देना होता था. जिसके बदले में वो 9500 रुपये बाइक के किराए और मूलधन के रूप में 12 महीनों तक देने का लालच देते थे. इस मामले में तीन गिरफ्तारियों सहित कंपनी से जुड़े 23 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है.
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इलेक्ट्रिक बाइक देने के नाम पर भी ठगी
बोट बाइक की तरह ही कंपनी और इसके प्रमोटर्स ने इलेक्ट्रिक बाइक स्कीम में 1 लाख 24 हजार रुपये ई रिक्शा की कीमत के रूप में देने को कह कर एक साल तक 17 हजार देने का लालच दे कर लोगों से पैसे लेते थे. शुरुआत में लोगों को उनके बाइक और ई रिक्शा के रेंट और मूलधन के नाम पर कंपनी और उसके प्रोमोटर्स की तरफ से पैसे दीये गए लेकिन जब लोगों का भरोसा बढ़ा और इनसे और ज्यादा लोग जुड़े तो ये लोगों के पैसे ले कर गायब हो गए.
जब लोगों को पैसे मिलने बंद हुए तो कराई शिकायत
शुरुआत के कुछ एक महीनों के बाद जब लोगों के पैसे आने बंद हो गए तो वो कंपनी के चक्कर लगाने लगे. जब वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा तो पुलिस में मामला दर्ज कराया गया. 250 करोड़ की चीटिंग की जाँच करते करते पुलिस को 42 हजार करोड़ की चीटिंग का पता चला. इस मामले में पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है.