नई दिल्ली: एक करोड़ 75 लाख के चीटिंग के मामले में फरार चल रहे एक चीटर को क्राइम ब्रांच के IGIS की टीम ने गिरफ्तार किया है. इसकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था. इस पर आरोप है कि इसने दिल्ली-एनसीआर में लोगों को लग्जरी अपार्टमेंट उपलब्ध कराने के नाम पर मोटी रकम वसूली थी.
क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर धीरज कुमार अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान संजीव कुमार के रूप में हुई है. यह नजफगढ़ का रहने वाला है. इसके खिलाफ बाहरी दिल्ली के रनहोला थाना इलाके में FIR दर्ज था और उसी मामले में इस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था.
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पुलिस के अनुसार कॉन्स्टेबल मिंटू और श्याम सुंदर की टीम को इसके बारे में इंफॉर्मेशन मिली थी. पता चला कि आधा दर्जन मामलों में पुलिस को इसकी तलाश थी. उसी सूचना पर इसे इंस्पेक्टर अनिल शर्मा की देखरेख में सब इंस्पेक्टर महावीर सिंह, अरविंद अहलावत, सहायक सब इंस्पेक्टर रामलाल, मुकेश, बृजलाल, हेड कॉन्स्टेबल धर्मराज, कॉन्स्टेबल मिंटू और श्याम की टीम ने ट्रैप लगाकर नोएडा सेक्टर 134 में से दबोच लिया.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 2016-17 में वह अपने साला के साथ मिलकर दिल्ली एनसीआर में चीटिंग की वारदात को अंजाम दिया था. कई कंपनियां भी बनाई थी. उसी में से एक फार्म लग्जरी अपार्टमेंट के लिए बनाई थी गाजियाबाद NH-24 के पास. लग्जरी अपार्टमेंट के नाम पर करीब पौने दो करोड़ रुपए लोगों से कलेक्ट कर लिया था. बाद में इनके खिलाफ सरिता विहार, रणहौला, चितरंजन पार्क, नजफगढ़ के अलावा गाजियाबाद के विजय नगर में भी दो मामले दर्ज हुए थे. रनहोला के मामले में इसके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट इश्यू हो गया था. उसी मामले में पुलिस को इसके बारे में सूचना मिली और इसे गिरफ्तार किया गया.
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संजीव ने पुलिस को बताया कि वह मूलत मेरठ का रहने वाला था. वह दिल्ली एनसीआर में रियल एस्टेट में ब्रोकर के रूप में अपने साला के साथ काम करने लगा, उसी दौरान उसके दिमाग में आइडिया आया कि इस तरीके से फर्जी लग्जरी अपार्टमेंट का प्रोजेक्ट बनाकर और मोटी रकम चीट किया जा सकता है.
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