नई दिल्लीः तिहाड़ दिल्ली की तीनों जेलों ने कैदियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है और मंडोली जेल के पास पुलिस कॉलोनी को अस्थायी जेल बनाने का निर्णय लिया है. जिसके लिए तिहाड़ प्रशासन ने दिल्ली सरकार को एक पत्र लिखकर पुलिस कॉलोनी को अस्थायी जेल बनाने की मांग की है.
बता दें कि पुलिस कॉलोनी में 360 फ्लैट हैं, जहां परमिशन मिलने के बाद जेल प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लिए जरूरी बदलाव भी किए जाएंगे. कैदियों की निगरानी के लिए सिक्योरिटी तैनात की जाएगी. तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार अगर मंडोली जेल के पास बने इस पुलिस कॉलोनी को अस्थायी जेल बनाने की अनुमति मिल जाती है, तो यहां लगभग 1800 कैदियों को रखा जा सकेगा.
नए कैदियों को रखा जा सकता है
तिहाड़ प्रशासन का मानना है कि इस अस्थायी जेल में पुलिस द्वारा पकड़ कर लाए गए नए कैदियों को रखा जाएगा. ताकि बाहर से आने वाला कोई भी कैदी यदि कोरोना वायरस से संक्रमित भी होगा, तो जेलों में पहले से रह रहे पुराने कैदी संक्रमण से बच सकेंगे.
गौरतलब है कि तिहाड़ मंडोली और रोहिणी जेल में बंद 40 कैदियों और 50 जेल स्टाफ को कोरोना हो चुका है, जबकि एक कैदी की मौत भी हो चुकी है. वहीं 90 में से 30 के करीब ठीक भी हो चुके हैं.