नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के जनकपुरी स्थित दशहरा ग्राउंड में पिछले 2 दिनों से कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मची है. यहां कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
दरअसल यहां होने वाले श्री कृष्ण लीला की खासियत यह है कि 2 घंटे में श्री कृष्ण जन्म से लेकर और कंस वध और अंत में रासलीला के साथ खत्म हो रहा है. यह लीला लोगों को खूब रोमांचित कर रही है. लगभग 100 कलाकार, टेक्नीशियन, कोरियोग्राफर की पूरी टीम इस श्री कृष्ण लीला को सार्थक बनाने में 25 दिनों से जुटी हुई थी.
12 साल से हो रहा है कृष्ण लीला का आयोजन
पूर्व मेयर और श्री राम लीला धार्मिक कमिटी के चेयरमैन नरेंद्र चावला ने बताया कि जनकपुरी के दशहरा ग्राउंड में लगातार 12 साल से श्री कृष्ण लीला का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 100 x 250 फुट का एक भव्य स्टेज बना हुआ है. जिस पर कलाकार श्री कृष्ण लीला को मूर्त रूप देते हैं और वाटरप्रूफ पंडाल में ढाई हजार लोग बैठकर आराम से 2 घंटे श्री कृष्ण लीला देख रहे हैं.
दिल्ली के हैं सारे कलाकार
कमेटी के अध्यक्ष अश्विनी खन्ना, महामंत्री प्रदीप चौधरी का कहना है कि कृष्ण लीला में भाग लेने वाले कलाकार सभी दिल्ली के हैं. यह कृष्ण लीला लाइट और साउंड के संयोजन से किया जाता है. कमेटी के अनुसार स्वर्गीय प्रेम मटियानी द्वारा रचित-निर्मित किया गया यह लाइट साउंड कृष्ण लीला और इसके लाइट के डिजाइनर बर्मन जी हैं, और अब उनकी शिष्या विमला ठाकुर इस कृष्ण लीला का डायरेक्शन कर रही है.
कृष्ण लीला देखने आई थी सुषमा स्वराज
नरेंद्र चावला ने याद ताजा करते हुए बताया कि 12 साल पहले जब श्री कृष्ण लीला का आयोजन किया था, तो सुषमा स्वराज भी यहां आई थी. उन्होंने पूरे दो घंटे तक श्री कृष्ण लीला को देखा और काफी तारीफ भी की. कृष्ण लीला आयोजित करने से लगभग एक महीना पहले से ऑडिशन लिया जाता है और फिर उस ऑडिशन में कलाकारों को चयनित करने के बाद करीब 20 से 25 दिन का रिहर्सल चलता है.
पर्यावरण के विषय पर दिया जाता है संदेश
उन्होंने बताया कि इस श्री कृष्ण लीला के द्वारा बीच-बीच में कलाकारों द्वारा लीला के माध्यम से ही लोगों को पर्यावरण और समसामयिक विषयों पर संदेश देने और उन्हें जोड़ने की भी कोशिश की जा रही है.