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सफदरजंग पुलिस ने 'धोखेबाज' दंपति को किया गिरफ्तार, पांच साल से थे फरार - डीसीपी देवेंद्र आर्या

एक दंपति को सफदरजंग एंक्लेव थाना पुलिस ने बैंक से धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है. ये दोनों करीब पांच साल से फरार चल रहे थे.

सफदरजंग पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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Published : Sep 22, 2019, 4:20 AM IST

नई दिल्ली: सफदरजंग एंक्लेव थाना पुलिस ने एक दंपति को गिरफ्तार किया है. ये पति-पत्नी बैंक से होम लोन लेने के बाद, उस घर को बेचकर फरार हो गए थे. बैंक की शिकायत के बाद पुलिस ने करीब पांच साल की तलाश के बाद विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल को पश्चिम विहार इलाके से गिरफ्तार कर लिया. दोनों वहां नाम बदल कर रह रहे थे.

डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया कि 30 जून 2014 को डीएचएफएल बैंक के मैनेजर भूपेंद्र सिंह ने सफदरजंग एंक्लेव थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें बताया था कि विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा ने पीड़ागढ़ी स्थित एक मकान पर बैंक से 15 लाख रुपये का होम लोन लिया था, पर कुछ ही ईएमआई देने के बाद उन लोगों ने ईएमआई जमा करना बंद कर दिया था.

'मकान बेचकर हुए थे फरार'

जब बैंक की टीम जांच के लिए उक्त मकान में पहुंची तो पता चला कि दोनों पति-पत्नी वो मकान किसी अन्य को बेच वहां से जा चुके हैं. यहां तक कि उनके गारंटर भी गायब हैं. शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया था. गत दिनों एसीपी ईश्वर सिंह के निरीक्षण और एसएचओ शिवराज सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसआई रणवीर, एएसआई सुनील और देवेंद्र की टीम ने फिर से इसकी जांच शुरू की थी.

कोर्ट ने भगौड़ा घोषित किया था

जांच में पता चला कि दोनों पति-पत्नी को इस मामले में 2017 में ही कोर्ट ने भगौड़ा घोषित करने के साथ ही उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखा है. जांच कर रही टीम को 19 सितंबर को सूचना मिली कि दोनों पति-पत्नी को पश्चिम विहार इलाके में देखा गया है. जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

नई दिल्ली: सफदरजंग एंक्लेव थाना पुलिस ने एक दंपति को गिरफ्तार किया है. ये पति-पत्नी बैंक से होम लोन लेने के बाद, उस घर को बेचकर फरार हो गए थे. बैंक की शिकायत के बाद पुलिस ने करीब पांच साल की तलाश के बाद विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल को पश्चिम विहार इलाके से गिरफ्तार कर लिया. दोनों वहां नाम बदल कर रह रहे थे.

डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया कि 30 जून 2014 को डीएचएफएल बैंक के मैनेजर भूपेंद्र सिंह ने सफदरजंग एंक्लेव थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें बताया था कि विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा ने पीड़ागढ़ी स्थित एक मकान पर बैंक से 15 लाख रुपये का होम लोन लिया था, पर कुछ ही ईएमआई देने के बाद उन लोगों ने ईएमआई जमा करना बंद कर दिया था.

'मकान बेचकर हुए थे फरार'

जब बैंक की टीम जांच के लिए उक्त मकान में पहुंची तो पता चला कि दोनों पति-पत्नी वो मकान किसी अन्य को बेच वहां से जा चुके हैं. यहां तक कि उनके गारंटर भी गायब हैं. शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया था. गत दिनों एसीपी ईश्वर सिंह के निरीक्षण और एसएचओ शिवराज सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसआई रणवीर, एएसआई सुनील और देवेंद्र की टीम ने फिर से इसकी जांच शुरू की थी.

कोर्ट ने भगौड़ा घोषित किया था

जांच में पता चला कि दोनों पति-पत्नी को इस मामले में 2017 में ही कोर्ट ने भगौड़ा घोषित करने के साथ ही उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखा है. जांच कर रही टीम को 19 सितंबर को सूचना मिली कि दोनों पति-पत्नी को पश्चिम विहार इलाके में देखा गया है. जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

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साउथ वेस्ट

सफदरजंग एंक्लेव थाना पुलिस ने एक ऐसे दंपत्ती को गिरफ्तार किया है, जो बैंक से होम लोन लेने के बाद जिस घर पर लोन लिया था उसे बेच फरार हो गए थे। बैंक की शिकायत के बाद पुलिस ने करीब पांच साल की तलाश के बाद विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल को पश्चिम विहार इलाके से गिरफ्तार कर लिया। जहां वे नाम बदल कर रह रहे थे।



Body:डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया कि 30 जून 2014 को डीएचएफएल बैंक के मैनेजर भूपेंद्र सिंह ने सफदरजंग एंक्लेव थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया था कि विजय अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा ने पीड़ागढ़ी स्थित एक मकान पर बैंक से 15 लाख रुपये का होम लोन लिया था। पर कुछ ही ईएमआई देने के बाद उन लोगों ने ईएमआई जमा करना बंद कर दिया था। जब बैंक की टीम जांच के लिए उक्त मकान में पहुंची तो पता चला कि दोनों पति पत्नी वह मकान किसी अन्य को बेच वहां से जा चुके हैं। यहां तक कि उनके गारंटर भी गायब हैं। शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया था। गत दिनों एसीपी ईश्वर सिंह के निरीक्षण और एसएचओ शिवराज सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसआई रणवीर, एएसआई सुनील और देवेंद्र की टीम ने फिर से इसकी जांच शुरू की थी। जांच में पता चला कि दोनों पति पत्नी को इस मामले में 2017 में ही कोर्ट ने भगोड़ा घोषित करने के साथ ही उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखा है। जांच कर रही टीम ने 19 सितंबर को सूचना मिली की दोनों पति पत्नी को पश्चिम विहार इलाके में देखा गया है।



Conclusion:सूचना पर जब टीम जांच के लिए पहुंची तो एक सुरक्षा गार्ड ने दोनों को पहचान कर पुलिस को बताया कि दोनों एसबीआई कॉलोनी में रहते हैं। उसी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया, जोकि नाम बदल विजय बंसल के नाम से रहा था।
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