नई दिल्ली: राजधानी में बाहरी जिले की पुलिस ने चीटिंग के मामले में एक ऐसे मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया (police arrested fake ips in delhi) है, जो है तो मात्र आठवीं पास है, लेकिन अपने आपको आईआईटी कानपुर पासआउट और यूपी कैडर का 2021 बैच का आईपीएस ऑफिसर बताता था. आरोपी शादीशुदा महिलाओं को टारगेट करके उनसे धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था. इसके प्रोफाइल के चक्कर में ये महिलाएं फंस रही थीं.
डीसीपी आउटर हरेंद्र सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि, गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान विकास गौतम के रूप में हुई है. आरोपी ग्वालियर का रहने वाला है, जिसने अपना प्रोफाइल आईपीएस विकास यादव के रूप में लगा रखा था. इसे आउटर डिस्ट्रिक्ट के साइबर थाना के एसएचओ संदीप पंवार, इंस्पेक्टर मुकेश कुमार की पुलिस टीम ने गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.
पूछताछ में पता चला कि यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आईटीआई में वेल्डर का कोर्स कर चुका है. वहां से वह दिल्ली आकर रहने लगा. यहां पर उसने मुखर्जी नगर इलाके में एक रेस्टोरेंट में काम करना शुरू किया, जहां पर ज्यादातर वे लोग आते हैं, जो सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली के जाने माने इंस्टीट्यूट से जुड़े हुए हैं. वहीं से इसके दिमाग में आईडिया आया और इसने अपने प्रोफाइल को चेंज करके सोशल मीडिया पर आईआईटी कानपुर से पास आउट और 2021 बैच का यूपी केडर का आईपीएस बताने लगा.
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इसके बाद आरोपी के हाई-फाई प्रोफाइल के चक्कर में शादीशुदा महिलाएं और युवतियां शिकार होने लगी जिन्हें वह अलग-अलग तरह के प्रलोभन देकर ठगी की वारदात को अंजाम देने लगा. फिलहाल पुलिस इससे आगी की पूछताछ कर रही है. आरोपी के धोखाधड़ी करने का तरीका क्या-क्या था, इसके बारे में भी छानबीन की जा रही है. पुलिस को एक धोखाधड़ी के बारे में 17 दिसंबर को एक शिकायत मिली थी जिसकी छानबीन और टेक्निकल सर्विलेंस से जांच के आधार के बाद आरोपी के बारे में पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने के लिए एसीपी ऑपरेशन अरुण कुमार चौधरी की देखरेख में साइबर थाना की पुलिस टीम को गिरफ्तार करने के लिए लगाया गया था.