नई दिल्ली: दिल्ली देहात के झुलझूली गांव के तालाब में एक बार फिर से मछलियों के मरने से गांव के लोगों में दहशत में हैं. तालाब के ऊपर काफी संख्या में मछलियां मरी पड़ी हैं, जिनके सड़ने की वजह से इसकी बदबू से तो लोग परेशान ही हैं, साथ ही इससे मवेशियों के भी बीमार होने के खतरे से लोग डरे हुए हैं.
लोगों ने बताया कि काफी संख्या में एक बार फिर से गांव के तालाब में मछलियां मरी पाई गई हैं. मछलियों के तालाब का पानी खराब हो रहा है और इसकी बदबू से लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. लोगों का कहना है कि वो डर से मवेशियों को तालाब पर नहलाने या पानी पिलाने भी नहीं जा रहे हैं ताकी कहीं प्रदूषित-जहरीले पानी की वजह से उनके मवेशी बीमार ना पड़ जाएं.
उन्होंने बताया कि जब हवा गांव की तरफ चलती है तो सड़ी मछलियों की बदबू से उन लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि दो महीने पहले भी इस तरह से काफी मछलियां तालाब में मरी पाई गई थी. जिसे काफी शिकायतों के बाद यहां से हटाया गया था. उस वक़्त पानी की जांच में इसमें ऑक्सीजन की कमी बताया गया था, लेकिन इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए.
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ये तालाब गांव का एक मात्र प्राकृतिक पानी का स्रोत हुआ करता था, जो अब ड्रेन और केमिकल युक्त पानी की वजह से जहरीला हो चुका है. इसमें लगातार मछलियां मर रही हैं और एक नई बीमारी का खतरा पैदा कर रही है. लोगों ने बताया कि यहां इतनी बदबू है कि खड़ा रहना भी मुश्किल हो गया है.
तालाब के पानी के प्रदूषित होने की वजह से मवेशी पलकों के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. वो कहां ले जाकर मवेशियों को नहलाएं और पानी पिलाएं. उनकी मांग है कि सरकार उनकी इस समस्या पर ध्यान देते हुए, इन मरी हुई मछलियों को हटवा कर तालाब की अच्छी तरह से सफाई करवाएं. साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि तालाब का पानी जहरीला और गंदा ना हो पाए.
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