नई दिल्ली: कोरोना के संकट से बचने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन ने गरीबों की ही नहीं बल्कि विदेशों में नौकरी करने वालों की भी कमर तोड़ दी है. जिसका जीता जागता उदाहरण दुबई में काम करने वाला एक यात्री है, जो लॉकडाउन से पहले ही दिल्ली आया था. लेकिन लॉकडाउन होने के बाद यही फंस गया. इस दौरान दिल्ली में रहने के लिए उसके 3 लाख रुपये खर्च हो गए. अब वो फ्लाइट कैंसिल होने के कारण एयरपोर्ट पर अगली फ्लाइट के इंतजार में बैठे हैं.
लॉकडाउन में खर्च हुए 3 लाख रुपये
जब ईटीवी भारत की टीम ने इनसे बात की तो, इन्होंने बताया कि उन्हें मुंबई जाना था. लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने के कारण अब इन्हें एयरपोर्ट के बाहर ही रुकना पड़ रहा है. यात्री ने हमारी टीम को बताया कि लॉकडाउन के दौरान से ये अब तक दिल्ली के एक होटल में ही रुके थे. जहां उन्होंने रहने और खाने के लिए अब तक 3 लाख खर्च कर दिए हैं. लेकिन आज जब है एयरपोर्ट पहुंचे तो एयरपोर्ट स्टाफ की ओर से उन्हें उनके कैंसिल हुई फ्लाइट के बारे में जानकारी दी गई. जिसके बाद वो परेशान होकर एयरपोर्ट के बाहर ही बैठ गए थे.
क्या ऐसे हो पाएगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
इसके अलावा उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से उन्हें ये कहा गया है कि उन्हें शाम में 6:30 बजे जिस फ्लाइट से भेजा जाएगा. उसमें पहले से ही 3 फ्लाइट के यात्रियों को भेजा जाएगा. इस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों का ये सवाल है कि क्या ऐसा करने से फ्लाइट में सोशल डिस्टेंस मेंटेन हो पाएगी या नहीं.
करना पड़ेगा 10 घंटे तक इंतजार
यात्री का कहना है कि अपनी फ्लाइट पकड़ने के लिए वो एयरपोर्ट पर 3 घंटे पहले ही आ गया था. लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने के कारण अब उसे लगभग 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ेगा.