ETV Bharat / state

वट सावित्री की पूजा कर सुहागिनों ने की पति की लंबी उम्र की कामना

राजधानी दिल्ली में सुहागन महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ वट सावित्री की पूजा की. यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है. इस दौरान वट सावित्री की पूजा-अर्चना के साथ कथा का पाठ करती है. पढ़ें पूरी खबर...

महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए किया वट सावित्री की पूजा
महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए किया वट सावित्री की पूजा
author img

By

Published : May 30, 2022, 7:47 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सुहागन महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ वट सावित्री की पूजा की. यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है. इस दौरान वट सावित्री की पूजा-अर्चना के साथ कथा का पाठ करती है. इसी क्रम में बापरौला इलाके में भी सुहागन महिलाओं ने व्रत रखा और पूजा अर्चना की. इस अवसर पर महिलाओं ने रीति-रिवाजों के अनुसार बरगद के पेड़ की परिक्रमा की.

सुहागन महिलाओं के लिए यह व्रत बेहद खास अवसर होता है. इस दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी रचाकर और सिंदूर-श्रृंगार करके तैयार होती है. इसके बाद नियमानुसार बरगद के पेड़ की पूजा कर मौली बांधते हुए परिक्रमा करती है. साथ ही कथा का पाठ करके पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती है. हिन्दू धर्म मे वट सावित्री की पूजा को बहुत ही अहम माना जाता है

ये भी पढ़ें: कुतुब मीनार केस : साकेत कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका पर रखा फैसला सुरक्षित

पौराणिक मान्यता के अनुसार सावित्री ने बरगद के पेड़ के नीचे अपने मृत पति के जीवन को वापस लाया था. यमराज को अपने पुण्य धर्म से प्रसन्न करके आशीर्वाद प्राप्त किया था. यही कारण है कि वट सावित्री व्रत पर महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं. इसके अलावा संतान प्राप्ति के लिए भी यह व्रत लाभकारी माना जाता है. तब से सुहागन महिलाएं इस पूजा को विधिवत करती है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सुहागन महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ वट सावित्री की पूजा की. यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है. इस दौरान वट सावित्री की पूजा-अर्चना के साथ कथा का पाठ करती है. इसी क्रम में बापरौला इलाके में भी सुहागन महिलाओं ने व्रत रखा और पूजा अर्चना की. इस अवसर पर महिलाओं ने रीति-रिवाजों के अनुसार बरगद के पेड़ की परिक्रमा की.

सुहागन महिलाओं के लिए यह व्रत बेहद खास अवसर होता है. इस दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी रचाकर और सिंदूर-श्रृंगार करके तैयार होती है. इसके बाद नियमानुसार बरगद के पेड़ की पूजा कर मौली बांधते हुए परिक्रमा करती है. साथ ही कथा का पाठ करके पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती है. हिन्दू धर्म मे वट सावित्री की पूजा को बहुत ही अहम माना जाता है

ये भी पढ़ें: कुतुब मीनार केस : साकेत कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका पर रखा फैसला सुरक्षित

पौराणिक मान्यता के अनुसार सावित्री ने बरगद के पेड़ के नीचे अपने मृत पति के जीवन को वापस लाया था. यमराज को अपने पुण्य धर्म से प्रसन्न करके आशीर्वाद प्राप्त किया था. यही कारण है कि वट सावित्री व्रत पर महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं. इसके अलावा संतान प्राप्ति के लिए भी यह व्रत लाभकारी माना जाता है. तब से सुहागन महिलाएं इस पूजा को विधिवत करती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.