नई दिल्ली: वैसे तो पूरा सावन महीना भगवान भोलेनाथ के नाम रहता है लेकिन सावन के सोमवार का अलग महत्त्व है. शास्त्रों की माने तो सावन के सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों पर कुछ ज्यादा ही प्रसन्न रहते हैं. इसलिये सावन के सोमवार का खास महत्त्व माना गया है. इसीलिए सावन के सोमवार के दिन मंदिरों मे कुछ ज्यादा ही भीड़ रहती है.
सावन में रुद्राभिषेक
सावन के दूसरे सोमवार के दिन आर के पुरम शिव शक्ति मंदिर में भक्तों की कुछ भीड़ देखने को मिली. यहां लोग शिवलिंग पर जल चढ़ा रहे थे. तो कुछ लोग रुद्राभिषेक करवा रहे थे. मंत्रोचारण और ॐ नमः शिवाय के उद्घोषण से पूरा मंदिर गूंज रहा था.
इस बार कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध
सावन के सोमवार का शास्त्रों में बहुत महत्त्व बताया गया है. इस दिन और दिनों के अपेक्षा ज्यादा भीड़ भाड़ होती है. लोग भगवान भोलेनाथ को खुश करने के लिए फूल, फल, भांग, बेलपत्र, धतूरे और दूध चढ़ाते हैं. साथ हीं कुछ लोग अपनी मनोकामना पूर्ण होने के लिए रुद्राभिषेक भी कराते हैँ.
इस बार कोरोना की वजह से मंदिरों मे काफी कम भक्त आ रहे हैं. इस बार तो कांवड़ लेकर भी भक्त नहीं आ रहे हैं. कोरोना की वजह से सरकार ने इस बार कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. नहीं तो कांवड़ की वजह से मंदिरों मे काफी भीड़ हो जाती है. जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बना रहेगा.