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दिल्ली में लुटेरी महिलाओं ने मम्मी की कसम देकर मांगा खुल्ला, फिर पर्स लेकर हो गई फरार

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 13, 2024, 2:05 PM IST

Women gang snatched man bag: दिल्ली के साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज साउथ थाना इलाके में तीन महिलाओं ने देर रात एक स्कूटी सवार का बैग लूट लिया.बैग में 18 हजार रूपए कैश एटीएम कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट भी बैग में रखा था. तीनों महिलाएं घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गई.

वसंतकुंज इलाके में महिला गैंग ने शख्स का छिना बैग
वसंतकुंज इलाके में महिला गैंग ने शख्स का छिना बैग

नई दिल्ली: दिल्ली में सिर्फ हथियारबंद बदमाश ही वारदात को अंजाम नहीं देते, बल्कि कई महिलाओं का गैंग भी इस लूट की वारदात को अंजाम दे रहा हैं. ऐसा ही एक मामला साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज साउथ थाना इलाके में सामने आया है. जिसमें तीन महिलाओं ने आधी रात स्कूटी सवार से उसका पर्स लूट लिया. जिसमें 18,000 रुपए, एटीएम कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट थे.

पीड़ित सौरभ ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह साउथ ईस्ट दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में परिवार के साथ साथ रहता है. सौरभ टाइल्स का व्यवसाय करने वाले एक बिजनेसमैन के यहां काम करता है. वह 12 जनवरी की रात वसंत कुंज से 18 हजार पेमेंट लेकर छतरपुर के टिवोली की तरफ जा रहा था.वह मालिक की स्कूटी लेकर गया था.रास्ते में उसने फोर्टिस रेड लाइट के पास स्कूटी को रोका. उसी दौरान तीन महिलाएं उसके पास पहुंची और 500 का खुल्ला देने को कहा. जब सौरभ ने मना किया की उसके पास खुल्ले नहीं है. तो एक महिला ने सौरभ को उसकी मम्मी की कसम दे दी और और कहा कि जरूरत है.

इस पर सौरभ ने पर्स निकालकर दिखाया, उसके पास चेंज नहीं है तो दूसरी महिला ने उसका पर्स छीन लिया. जब सौरव ने पर्स वापस लेने की कोशिश की तो दूसरी महिला ने तीसरी महिला को उसका पर्स दे दिया और वह जंगल में भाग गई. फिर बाकी दो महिलाएं भी जंगल में जाकर छिप गई. पीड़ित ने काफी देर तक उन्हें जंगल में ढूंढने कोशिश की जब वह नहीं मिली तो फिर उसने मामले की सूचना पुलिस को दी. वसंत कुंज साउथ थाने की पुलिस केस दर्ज कर आरोपी महिलाओं का तलाश कर रही है.

ये भी पढ़ें : गाजियाबाद में ज्वेलरी शॉप का शटर तोड़कर लाखों के जेवर लेकर चोर फरार, तलाश में जुटी पुलिस

चांदनी चौक के किनारी बाजार से किडनैप मामले में दो गिरफ्तार

वहीं, दिल्ली के कोतवाली इलाके में 24 साल पहले हुई फिरौती के लिए अपहरण के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने दो वांटेड को गिरफ्तार किया है. जिसे कोर्ट ने भी 20 साल पहले भगोड़ा घोषित कर दिया था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुनीत अग्रवाल और विनीत अग्रवाल के रूप में हुई है. यह दोनों पीतमपुरा के रहने वाले हैं. साल 2000 में दर्ज मामले में इनकी कोतवाली पुलिस को दो दशक से तलाश थी.

स्पेशल पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि 29 जनवरी 2000 को चांदनी चौक के किनारी बाजार के रहने वाले शख्स श्रीनाथ का किडनैप किया गया था.उसे छोड़ने के बदले में 50 हजार की रकम मांगी गई थी. बाद में पीड़ित को तुगलक रोड इलाके में छोड़कर अपहरणकर्ता फरार हो गए थे. कोर्ट ने 2004 में दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया और 20 साल से कोतवाली पुलिस को इन दोनों की तलाश थी. क्राइम ब्रांच की टीम ने जब छानबीन शुरू की तो हेड कांस्टेबल इंद्रजीत को उनके बारे में स्पेसिफिक इनफॉरमेशन मिल गई.

यह लोग दिल्ली छोड़कर गुरुग्राम में और पीतमपुरा इलाके में रह रहे हैं.फिर इन दोनों को गुरुग्राम सेक्टर 62 और पीतमपुरा, दिल्ली से धर दबोचा.पूछताछ में पता चला कि इन्होंने 24 साल पहले शॉर्टकट से पैसा कमाने के लिए फिरौती के लिए किडनैपिंग करने की प्लानिंग की थी. और एक शॉप ओनर को किडनैप करके 50,000 की फिरौती मांगी थी.वारदात को अंजाम देने के बाद यह मुंबई भाग गए थे और 10 साल तक किसी के संपर्क में नहीं रहे. जब इन्हें लगा कि अब सब भूल चुके होंगे फिर यह वापस दिल्ली एनसीआर में आ गए और लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे.
पकड़े गए आरोपी विनीत अग्रवाल का बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक मटेरियल का बिजनेस है, जबकि पुनीत अग्रवाल का खारी बावली में ड्राई फ्रूट का बिजनेस है. इस मामले में आगे की कार्रवाई क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है.


ये भी पढ़ें : झपटमारी के दौरान चलती ई-रिक्शा से गिरी अरुणाचल की बुजुर्ग महिला के मौत मामले में आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली में सिर्फ हथियारबंद बदमाश ही वारदात को अंजाम नहीं देते, बल्कि कई महिलाओं का गैंग भी इस लूट की वारदात को अंजाम दे रहा हैं. ऐसा ही एक मामला साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज साउथ थाना इलाके में सामने आया है. जिसमें तीन महिलाओं ने आधी रात स्कूटी सवार से उसका पर्स लूट लिया. जिसमें 18,000 रुपए, एटीएम कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट थे.

पीड़ित सौरभ ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह साउथ ईस्ट दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में परिवार के साथ साथ रहता है. सौरभ टाइल्स का व्यवसाय करने वाले एक बिजनेसमैन के यहां काम करता है. वह 12 जनवरी की रात वसंत कुंज से 18 हजार पेमेंट लेकर छतरपुर के टिवोली की तरफ जा रहा था.वह मालिक की स्कूटी लेकर गया था.रास्ते में उसने फोर्टिस रेड लाइट के पास स्कूटी को रोका. उसी दौरान तीन महिलाएं उसके पास पहुंची और 500 का खुल्ला देने को कहा. जब सौरभ ने मना किया की उसके पास खुल्ले नहीं है. तो एक महिला ने सौरभ को उसकी मम्मी की कसम दे दी और और कहा कि जरूरत है.

इस पर सौरभ ने पर्स निकालकर दिखाया, उसके पास चेंज नहीं है तो दूसरी महिला ने उसका पर्स छीन लिया. जब सौरव ने पर्स वापस लेने की कोशिश की तो दूसरी महिला ने तीसरी महिला को उसका पर्स दे दिया और वह जंगल में भाग गई. फिर बाकी दो महिलाएं भी जंगल में जाकर छिप गई. पीड़ित ने काफी देर तक उन्हें जंगल में ढूंढने कोशिश की जब वह नहीं मिली तो फिर उसने मामले की सूचना पुलिस को दी. वसंत कुंज साउथ थाने की पुलिस केस दर्ज कर आरोपी महिलाओं का तलाश कर रही है.

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चांदनी चौक के किनारी बाजार से किडनैप मामले में दो गिरफ्तार

वहीं, दिल्ली के कोतवाली इलाके में 24 साल पहले हुई फिरौती के लिए अपहरण के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने दो वांटेड को गिरफ्तार किया है. जिसे कोर्ट ने भी 20 साल पहले भगोड़ा घोषित कर दिया था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुनीत अग्रवाल और विनीत अग्रवाल के रूप में हुई है. यह दोनों पीतमपुरा के रहने वाले हैं. साल 2000 में दर्ज मामले में इनकी कोतवाली पुलिस को दो दशक से तलाश थी.

स्पेशल पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि 29 जनवरी 2000 को चांदनी चौक के किनारी बाजार के रहने वाले शख्स श्रीनाथ का किडनैप किया गया था.उसे छोड़ने के बदले में 50 हजार की रकम मांगी गई थी. बाद में पीड़ित को तुगलक रोड इलाके में छोड़कर अपहरणकर्ता फरार हो गए थे. कोर्ट ने 2004 में दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया और 20 साल से कोतवाली पुलिस को इन दोनों की तलाश थी. क्राइम ब्रांच की टीम ने जब छानबीन शुरू की तो हेड कांस्टेबल इंद्रजीत को उनके बारे में स्पेसिफिक इनफॉरमेशन मिल गई.

यह लोग दिल्ली छोड़कर गुरुग्राम में और पीतमपुरा इलाके में रह रहे हैं.फिर इन दोनों को गुरुग्राम सेक्टर 62 और पीतमपुरा, दिल्ली से धर दबोचा.पूछताछ में पता चला कि इन्होंने 24 साल पहले शॉर्टकट से पैसा कमाने के लिए फिरौती के लिए किडनैपिंग करने की प्लानिंग की थी. और एक शॉप ओनर को किडनैप करके 50,000 की फिरौती मांगी थी.वारदात को अंजाम देने के बाद यह मुंबई भाग गए थे और 10 साल तक किसी के संपर्क में नहीं रहे. जब इन्हें लगा कि अब सब भूल चुके होंगे फिर यह वापस दिल्ली एनसीआर में आ गए और लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे.
पकड़े गए आरोपी विनीत अग्रवाल का बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक मटेरियल का बिजनेस है, जबकि पुनीत अग्रवाल का खारी बावली में ड्राई फ्रूट का बिजनेस है. इस मामले में आगे की कार्रवाई क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है.


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