नई दिल्लीः द्वारका सेक्टर नौ स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल (Indira Gandhi Hospital) के बाहर बुधवार को सैंकड़ों की संख्या में हाउसकीपिंग और सुरक्षाकर्मियों (Housekeeping and security personnel) की भीड़ पहुंचकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में भारतीय मजदूर संगठन के अधिकारी शामिल थे और उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इन्हें जल्द से जल्द नौकरी पर वापस रखने की मांग की.
दरअसल, अस्पताल प्रशासन ने एक झटके में उन 160 हाउसकीपिंग और सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया, जिन्होंने लंबे समय तक अपनी सेवाएं देकर इस अस्पताल को खड़ा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन कुछ दिनों पहले एक झटके में उन्हें यह कह कर निकाल दिया गया कि उनका कॉन्ट्रैक्ट पीरियड खत्म हो गया है और अब नए सिरे से नए कॉन्ट्रेक्टर को हॉस्पिटल में हाउसकीपिंग और सुरक्षकर्मियों कि सेवाओं के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है.
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जब इन्होंने अस्पताल प्रशासन से वापस काम पर रखने की अपील की तो उन्हें पहले मना कर दिया गया और बाद में फिर उनसे 30 से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत मांगी गई, जिसके बाद ही उनको वापस काम पर रखने को कहा गया. अखिल भारतीय मजदूर संगठन के अध्यक्ष संजय राठी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने इन कर्मियों के साथ गलत किया है और अब रिश्वत मांग कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. इसलिए दिल्ली प्रदेश और भारतीय मजदूर संगठन इनके साथ मजबूती से खड़ी है और इन्हें नौकरी पर वापस रखे जाने की मांग करती है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो उनका धरना-प्रदर्शन यूंही चलता रहेगा.