नई दिल्लीः सावन के पहले सोमवार के दिन नजफगढ़ के सभी प्रसिद्ध मंदिरों में श्रद्धालुओं की कमी देखी गई. जिन मंदिरों में श्रावण के महीने में जल चढ़ाने के लिए लाइन लगा करती थी, आज उन मंदिरों में सन्नाटा दिखाई दे रहा है. मंदिर के पुजारी दिनेश वशिष्ठ का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर अभी लोगों में डर रहे हैं, इसीलिए श्रद्धालु मंदिरों में नहीं आ रहे हैं.
वहीं पंचायती श्री राम मंदिर में कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिली. मंदिर का शिवालय पूरी तरह से खोल दिया गया है, लेकिन श्रद्धालुओं की कमी यहां भी नजर आई है. ऐसे ही नजारा परशुराम मंदिर नजफगढ़ में भी देखने को मिला, यहां शिवालय सभी भक्तों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन श्रद्धालु नहीं पहुंच रहे हैं.
काली माता मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग
निलोठी मोड़ स्तिथ काली माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. यहां सभी श्रद्धालु मास्क पहने हुए नजर आए. वहीं बिना किसी मूर्ति को छुए पूजा-अर्चना की अनुमति दी गई. इस बारे में पंडित प्रदीप कुमार झा ने बताया कि सावन की शुरुआत होने पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा तो हुआ है, परंतु यह संख्या हर साल से बेहद कम है.
भक्तों की सुरक्षा के लिए किया है इंतजाम
नजफगढ़ स्थित दिल्ली के दूसरे सबसे बड़े साईं बाबा मंदिर में भक्तों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए. लेकिन कोरोना के कारण बहुत से भक्त इस बार मंदिर में दर्शन करने के लिए नहीं आ रहे हैं. मंदिर के प्रबंधक नितिन आनंद ने बताया कि कोरोना महामारी को मद्देनजर प्रशासन द्वारा दिए गए सभी आदेशों का मंदिर द्वारा पालन किया जा रहा है.
मंदिर के पुजारी कृष्णानंद झा ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण मंदिर में बहुत से भक्तों का आना बंद है. जिससे मंदिर में अब बहुत ही कम संख्या में भक्त आते हैं. पुजारी के अनुसार मंदिर प्रबंधन पूरी तरह से प्रशासन के निर्देशों का पालन कर रहा है.