नई दिल्ली: दिल्ली में पीने के पानी की सप्लाई यमुना से ही होती है. लेकिन इस साल राजधानी में पानी का संकट गहरा सकता है. क्योंकि जनवरी महीने में ही यमुना सूखने के कगार पर है. साथ ही यमुना में सफेद “जहर” बहता दिख रहा है जो बेहद खतरनाक है. गर्मी आने से पहले ही यमुना नदी सूखने लगी हैं. यमुना में काफी कम पानी नजर आ रहा है. जो पानी है वह भी बहुत गंदा है. दिल्ली के कालिंदी कुंज घाट पर यमुना की बदहाल तस्वीर नजर आई.
कालिंदीकुंज घाट पर यमुना में 8 से 10 फीट तक पानी है. बारिश के भी आसार नहीं है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जब गर्मी का मौसम आएगा तो यमुना की हालत क्या होगी. दिल्लीवासियों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ सकती है. वहीं जहरीली हवा के साथ दिल्ली के लोग जहरीले पानी में जीने को भी मजबूर हैं. यमुना का पानी टॉक्सिक फोम से जहरीला हो चुका है. आखिर यमुना की सफाई को लेकर दावे और वादे कब पूरे होंगे और कब यमुना एक बार फिर स्वच्छ और निर्मल दिखाई देगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्लीवासियों को पानी की किल्लत ना हो इसको लेकर पिछले कई सालों से कई बड़े पायलट प्रोजेक्ट और वाटर रिसोर्सेज बॉडी बनाने का दावा करते आ रहे हैं. जिससे लोगों को पानी की किल्लत से राहत मिल सके. वहीं दिल्ली सरकार यमुना में साफ सफाई के बड़े-बड़े दावे करती है. लेकिन धरातल सारे दावे हवा हो जाते हैं. यमुना दिल्ली में पानी की आपूर्ति का बड़ा स्रोत है. ऐसे में यमुना की दुर्गति आने वाले समय में बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है.