यह कार्यक्रम ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्ट में रखा गया, जिसमें स्कूली बच्चों के बीच ट्रैफिक नियमों को लेकर एक पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इसी दौरान स्कूली बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी ट्रैफिक नियमों को भी दिखाया.
दिखाए नुक्कड़ नाटक
नुक्कड़ नाटक के जरिए वे यह भी बता रहे थे कि गाड़ी चलाते समय किस तरह हेलमेट लगाना आवश्यक होता है और साथ ही नशे की हालत में कभी ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए. 18 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को ड्राइविंग नहीं करना चाहिए और भी कई प्रकार के नुक्कड़ नाटक दिखाए गए. साथ ही स्कूली बच्चों ने ट्रैफिक के नियमों को लेकर कई प्रकार के मॉडल भी बनाए, जिसके माध्यम से वे ट्रैफिक के सिग्नल के बारे में जानकारी बता रहे थे और मॉडल के बारे में पुलिस ने कई प्रकार के बच्चों से सवाल-जवाब भी किए.
लोगों ने लिया आनंद
बच्चों ने ट्रैफिक के नियमों को लेकर बहुत अच्छा सूफी गाना भी प्रस्तुत किया और सभी लोगों ने मिलकर इसे आनंद लेकर सुना. वही इस दौरान ट्रैफिक पुलिस के ज्वाइंट सीपी वीके सिंह ट्रैफिक पार्क पहुंचे और बच्चों में प्राइज डिसटीब्यूशन भी किया.
उद्देश्य
इस सभी प्रस्तुति का सिर्फ और सिर्फ लोगों को मनोरंजन करने का नहीं है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्रैफिक के नियमों को लेकर जागरूक करने का है, ताकि वह सिर्फ खुद को ही नहीं जागरूक करें बल्कि अपने आसपास के सभी लोगों को जागरूक करें जिससे लोग खुश और सुरक्षित रहें और दूसरे लोगों को भी सुरक्षित रहने के बारे में बताएं.