नई दिल्ली: द्वारका जिला पुलिस ने अलग-अलग थाना इलाकों में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ एक अभियान चलाया है. इसके तहत 31 दिनों के अंदर 36 विदेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया है. यह लोग बिना वैलिड डॉक्यूमेंट, वीजा और पासपोर्ट के रह रहे थे और गुपचुप तरीके से गोरखधंधे में संलिप्त थे.
डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि यह कार्रवाई जिला के एंटी नारकोटिक्स सेल, मोहन गार्डन थाना, बिंदापुर, डाबड़ी और उत्तम नगर थाना की टीम ने की है. यह सभी विदेशी नागरिक नाइजीरियाई मूल के हैं. इन सबकी जांच में कोई भी वैलिड डॉक्यूमेंट नहीं मिला, जिसके आधार पर यह इंडिया में रह रहे थे. इसी वजह से इन्हें एक-एक करके लामपुर स्थित डिटेंशन सेंटर भेजा गया.
डीसीपी का कहना है कि यह लोग मेडिकल वीजा, टूरिस्ट वीजा और एजुकेशन वीजा पर भारत आते हैं और वीजा समाप्त होने के बाद उनमें से कुछ वापस जाने के बजाय यहीं रह जाते हैं. फिर उन्हीं के ऐसे साथियों के संपर्क में आ जाते हैं, जो पहले से ड्रग्स या दूसरे गोरखधंधे में शामिल रहते हैं. फिर यह लोग भी उसी तरह की वारदात को अंजाम देने लग जाते हैं.
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दिल्ली की अलग-अलग थानों की टीम ने ड्रग तस्करी के जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनमें सबसे ज्यादा संख्या इन्हीं नाइजीरियन मूल के नागरिकों की होती है. एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम लगातार इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जिसके कारण अब पहले से मोहन गार्डन और आसपास के थाना इलाकों में इस तरह की ड्रग तस्करी के मामलों में काफी कमी देखी जा रही है.
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