नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच की एंटी गैंग स्क्वाड पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार (Delhi Police arrested two wanted real brothers) किया है, जिनमें से एक फिरौती के लिए अपहरण (Big brother was absconding in case of extortion) के मामले में और दूसरा युवती से रेप के मामले में फरार (younger brother was absconding in rape case) चल रहा था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आशीष चौहान और दीपक चौहान के रूप में हुई है. ये यूपी के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) के रहने वाले हैं.
इस मामले में स्पेशल सीपी रविंद्र सिंह यादव का कहना है कि 29 अगस्त 2017 में आरोपी आशीष ने अपने साथियों, विवेक, रोहित, विनोद और सुनील के साथ मिल कर सिंधु गांव के पास जीटी रोड पर गन प्वाइंट पर एक कार सवार शख्स का तीन करोड़ की फिरौती के लिए उसकी कार सहित उसका अपहरण कर लिया था. इस मामले में अलीपुर थाने की पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आशीष और उसके सहयोगी आर्यन उर्फ विवेक को दबोच लिया था, जिसमें आर्यन को गनशॉट इंजरी भी हुई थी. इस मामले में गिरफ्तारी के बाद, ट्रायल के दौरान 3 नवंबर 2020 में आशीष को बेल मिली थी, जिसके बाद से वो कोर्ट प्रोसीडिंग्स से बचने के लिए फरार चल रहा था. इसके बाद उसके खिलाफ कोर्ट ने नॉन बेलेबल वारंट जारी किया था.
ये भी पढ़ें: दिल्ली की अदालत ने गोवा में दर्ज दुष्कर्म के मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न करने का निर्देश दिया
वहीं आशीष के छोटे भाई दीपक ने जुलाई 2021 में यूपी के नोएडा में एक युवती का रेप किया था. इस मामले में नोएडा के सेक्टर 39 में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद से ही वो फरार चल रहा था. इस दौरान दीपक, उसके भाई आशीष और बहन ने पीड़िता को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. रेप के मामले में फरार रहने की वजह से दीपक को भगौड़ा घोषित कर उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था.
कोर्ट के ट्रायल से बच कर फरार चल रहे अपराधियों की पकड़ के लिए डीसीपी क्राइम रोहित मीणा और एसीपी नरेश कुमार की देखरेख में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार, एसआई सचिन गुलिया, हेड कॉन्स्टेबल मिंटू और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम ने ऐसे अपराधियों के डेटा का विश्लेषण किया और सूत्रों को सक्रिय कर उनके बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. जिसमें उन्हें आरोपी आशीष के बारे में पता चला, जो पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना लोकेशन और पता बदल कर रह रहा था. आखिरकार विशेष तकनीकी जांच की सहायता से पुलिस ने आशीष को न्यू अशोक नगर इलाके से दबोच लिया.
पूछताछ में उसने रेप के मामले में 25 हजार के इनामी और भगौड़े अपराधी अपने छोटे भाई दीपक के बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने सूत्रों को सक्रिय किया और फिर उनसे मिली जानकारी के आधार पर हरि नगर थाना इलाके से चोरी गयी बाइक के साथ द्वारका के गोल्ड कोर्स रोड से दबोच लिया.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में पटाखा जलाने को लेकर विवाद, तीन राउंड चली गोलियां
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने के दौरान वो बुरे लोगों की संगत में आ कर अपराध करने लगे. बाद में उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिल कर अपना खुद का गैंग बनाया और लोगों से उगाही करने लगे. आशीष ने बताया कि उसने अपने साथी के साथ मिल कर 3 करोड़ की फिरौती के लिए एक शख्स को उसकी कार सहित अगवा किया था. इस मामले में उसे सजा भी हुई थी, लेकिन बेल मिलने के बाद से वो फरार हो गया और न्यू अशोक नगर इलाके में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने लगा. पुलिस से बचने के लिए स्टूडेंट्स पीजी में रह रहा था. वहीं दीपक ने खुलासा किया कि वो नोएडा के कॉल सेंटर में काम करता था, जहां उसके साथ काम करने वाली युवती का उसने रेप किया था. पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद से वो नोएडा छोड़ कर दिल्ली में रहने लगा था. इस मामले में पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप