नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने अलग तरीके से चोरी की अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी को गिरफ्तार किया है. यह आरोपी ऑटो लिफ्टर है. इसने कार वापस दिलाने की कीमत 6,000 और बाइक-स्कूटी वापस दिलाने की कीमत 2000 रुपए बताकर यूपीआई से पैसे लेता था. दरअसल, यह आरोपी दिल्ली पुलिस की साइट जीपनेट (जिस पर 7 राज्यों की चोरी की गाड़ी की डिटेल रहती है) उससे डाटा निकालकर पीड़ितों को फोन कर यह झांसा देता है.
4 चोरी की बाइक बरामद: द्वारका डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि यह मास्टरमाइंड जिपनेट से चोरी की गाड़ी के मालिक की डिटेल निकालकर फिर उन्हें कॉल कर चीटिंग की वारदात को अंजाम देता था. कॉल कर कहता था कि उनकी गाड़ी एक जगह खड़ी है, यहां उसे वह मिल जाएगी. इसके बाद लोकेशन देने के लिए 2000 से 6000 रुपए चार्ज करते थे. पैसे लेने के लिए ये लोग मनी ट्रांसफर वालों की यूपीआई इस्तेमाल करते थे. जब पैसा आ जाता था तो यह रिस्पांस देना बंद कर देते थे. पुलिस टीम ने इसके पास से 4 चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है. यह निहाल विहार थाना का घोषित बैड कैरेक्टर भी है और पहले से 16 मामलों में शामिल रहा है.
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सीसीटीवी फुटेज से गिरफ्तारी: पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से इसके बारे में पता लगाना शुरू किया. जब यह चोरी की मोटरसाइकिल से इलाके में वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहा था. इस्तेमाल कर रही बाइक उसने इंदिरा गांधी हॉस्पिटल के पार्किंग से चुराई थी. आगे की पूछताछ के बाद इसकी निशानदेही पर और चोरी की मोटरसाइकिल अलग-अलग जगह से बरामद की गई. इससे पूछताछ की गई तो पुलिस को इसने बताया कि वह हाल में ही तिहाड़ जेल से छूट कर आया था. उसकी मुलाकात मोहित से हो गई, फिर दोनों ने मिलकर डिटेल निकालकर चीटिंग की वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग बनाई. पुलिस मोहित को पकड़ने की कोशिश में है.
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