नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन सोमनाथ भारती शनिवार को द्वारका सबसिटी इलाके के पप्पन कलां सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचे और प्लांट का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि सीवर के पानी को ट्रीट कर कैसे और कहां उपयोग में लाया जा रहा है. इस दौरान उनके साथ दिल्ली जल बोर्ड के कई अधिकारी और ट्रीटमेंट प्लांट के कर्मचारी भी मौजूद थे.
सोमनाथ भारती ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सपना है कि दिल्ली वालों को 24 घंटे पानी की सप्लाई मिले. साथ ही यमुना को इतना स्वच्छ बनाया जाए, जिससे लोग उसमें नहा सकें. इस सपने को साकार करने के लिए जल बोर्ड पूरी तरह प्रयासरत है. उन्होंने कहा, इस प्लांट में जो सीवर का पानी आ रहा है उसे रिफाइन कर के आगे दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल जाता है. उन्होंने सीवर के पानी और ट्रीट हुए पानी की तुलना करते हुए बताया कि अगर इसे एक और प्रक्रिया से गुजार दिया जाए तो यह पीने योग्य बन जाएगा.
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इस पानी को सिंचाई, कंस्ट्रकशन, गार्डनिंग और सड़क धोने जैसे कामों में लाया जा सकता है. वहीं बचे हुए पानी से वॉटर टेबल को रिचार्ज करने का काम किया जाता है. इस परियोजना से दिल्ली में कई झीलें विकसित की जा रही हैं, जिससे वे टूरिस्ट स्पॉट बन रहे हैं. यह आने वाले समय में दिल्ली वालों के लिए काफी फायदेमंद होने वाला है. उन्होंने बताया कि पप्पन कलां के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 20 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) है जो 10/10 स्टैंडर्ड मानक पर चल रहा है. साथ में एक फेज 10 एसटीपी 30/50 के मानक पर संचालित की जा रही है. इसे जल्द ही इसे भी 10/10 के मानक पर लाया जाएगा.
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