नई दिल्लीः क्राइम ब्रांच नॉर्दन रेंज 1 की टीम ने शराब तस्करी के इंटरस्टेट रैकेट का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके हुंडई गाड़ी और टेम्पो से 58 बॉक्स में कुल 2700 क्वार्टर और 48 बोतल शराब बरामद की गई है. गाड़ी और टेम्पो काे जब्त कर लिया गया है. डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान परवेश उर्फ संदीप, रवि और विकास के रूप में हुई है. ये हरियाणा के झज्जर और रोहतक के रहने वाले हैं.
डीसीपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच एन आर 1 के एसीपी अभिनेन्द्र जैन की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज ठाकरान के नेतृत्व में एसआई सीताराम, एएसआई लाल सिंह, हेड कॉन्स्टेबल त्रिशपाल और अन्य की टीम ने इन्हें पकड़ा है. क्राइम ब्रांच पुलिस को 23 जून को सूत्रों से एक हुंडई कार और टेम्पो में शराब की खेप लेकर बुरारी इलाके में आने का पता चला. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम ने आउटर रिंग रोड पर ट्रैप लगा कर मधुबन चौक, रोहिणी की तरफ से आ रही हुंडई गाड़ी और टेम्पो को रोक कर तलाशी ली गयी. टेम्पो से 54 कार्टन में कुल 2700 क्वार्टर, जबकि कार से चार कार्टन में 48 बोतल शराब बरामद की गयी.
इसे भी पढ़ेंः पैरोल लेकर फरार हुआ हत्या का आरोपी, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
इसे तस्करी करके हरियाणा से लेकर दिल्ली लायी जा रही थी. आरोपियों ने टेम्पो में बनाये गए गुप्त केबिन के अंदर शराब की खेप को छुपा कर रखी थी. पुलिस ने टेम्पो और गाड़ी सहित शराब की खेप को जब्त कर तीनों के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हरियाणा के औचंडी बॉर्डर के पास से इन्होंने शराब खरीदी थी.
उत्तम नगर में कैश लूट का खुलासाः
उत्तम नगर पुलिस ने चाकू की नोक पर तीन लाख 70 हजार कैश लूट के मामले का खुलासा करते हुए दाे आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में दाे नाबालिगों काे भी हिरासत में ले लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुमित और रूपेश के रूप में हुई है. ये उत्तम नगर के विकास नगर के रहने वाले हैं. डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार पीसीआर कॉल से चाकू की नोक पर एक शख्स से तीन लाख 70 हजार कैश लूट की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस को शिकायतकर्ता ने बताया कि उत्तम नगर में वो डेयरी चलाता है. तीन लाख 70 हजार कैश जमा करने जा रहा था, तो तीन युवकों ने उसका पीछा कर रोका और चाकू दिखाते हुए कैश लूट कर फरार हो गए.
शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया. दिन दहाड़े हुई कैश लूट की वारदात को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन विजय सिंह की देखरेख में एएटीएस इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में एसआई विकास यादव, मदनलाल, हेड कॉन्स्टेबल सोनू और अन्य की टीम का गठन कर मामले की जांच पर लगाया गया था. पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई. पुलिस टीम सूत्रों को सक्रिय कर मामले की जांच में जुट गई. 20 जून को पुलिस को उत्तम नगर कैश लूट की वारदात में शामिल रहे आरोपियों के हरिद्वार में होने का पता चला. जिस पर पुलिस टीम हरिद्वार और फिर ऋषिकेश पहुंची, लेकिन तब तक सभी आरोपी दिल्ली के लिए निकल चुके थे.
इसे भी पढ़ेंः दिल्ली एनसीआर में हथियारों की तस्करीः लोनी से आकर बदमाशों को देता था हथियार
तुरंत पुलिस दिल्ली के लिए रवाना हुई और टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से उत्तम नगर के विकास नगर इलाके से दोनों आरोपियों सुमित और रुपेश को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से तीन लाख 37 हजार कैश, बाइक और चार मोबाइल फाेन बरामद की गई. पूछताछ में नाबालिग आरोपी ने बताया कि वह शिकायतकर्ता के दूध की डेरी में काम करता है. उसी ने रूपेश को कैश के मूवमेंट की जानकारी दी थी, जिसके बाद रुपेश और सुमित ने दो नाबालिगों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाकर उसे अंजाम दिया. कैश के बारे में जानकारी देने के बदले नाबालिग आरोपी को 20 हजार रुपये मिले थे.
मोहन गार्डन में मिली महिला की लाश की हुई पहचानः
द्वारका जिला के मोहन गार्डन थाना इलाके में उस वक़्त सनसनी फैल गयी थी जब एक 35 साल की महिला की लाश पार्क में मिली थी. महिला के शरीर पर चोट के निशान मिले थे. सूचना मिलते ही मौके पर लोकल पुलिस और क्राइम की टीम पहुंच कर छानबीन में जुट गई थी. डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि महिला का शव मोहन गार्डन थाना इलाके के भगवती गार्डन में मिला था. शुरुआती जांच के बाद पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. पुलिस ने बताया कि महिला उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी. डीसीपी ने कहा कि इस मामले में जांच जारी है. फिलहाल इस मामले में और जानकारी देने से जांच पर प्रभाव पड़ सकता है.