नई दिल्ली: राजधानी में इन दिनों छठ महापर्व की धूम है, जिसकी शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है. दिल्ली में इस पर्व को लाखों लोगों द्वारा मनाया जाता है जिसके मद्देनजर यहां पर चुनिंदा घाटों पर छठ पूजा करने की अनुमति दी गई है. लेकिन इसके साथ अब छठ पूजा के लिए चयनित घाटों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. खबर है कि कुछ जगहों पर छठ घाट मनाने के बाद वहां पूजा करने की अनुमति को रद्द कर दिया गया है. इसको लेकर व्रतियों में तनाव का माहौल है.
दरअसल दिल्ली देहात के नजफगढ़ इलाके (Chhath Ghat permission Cancelled in Najafgarh) में तहसील रोड पर छठ घाट के लिए अनुमति रद्द होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. स्थानीय लोगों का यह आरोप है कि आम आदमी पार्टी के मंत्री, छठ महापर्व को भी राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. बताया गया है कि जब लोगों ने अरविंद केजरीवाल और आप मंत्री कैलाश गहलोत का होर्डिंग छठ घाट पर लगाने से मना कर दिया तो रातों-रात इस छठ घाट के लिए मिली अनुमति को रद्द कर दिया गया.
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साथ ही, लोगों का यह भी आरोप है कि सीएम केजरीवाल ने छठ पूजा के लिए 25 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही, लेकिन इसमें भी पक्षपात किया जा रहा है. इसके चलते स्थानीय लोग बिना किसी सरकारी सहायता के ही छठ पूजा करने के लिए इंतजाम कर रहे हैं. लोगों ने कहा है कि अगर छठ घाट को कैंसिल करने का आदेश केजरीवाल सरकार ने वापस नहीं लिया तो हमलोग जबरन यहां छठ पूजा करेंगे और राज्य सरकार का विरोध करेंगे.