नई दिल्ली/गाजियाबाद: अगर आप खेती व किसानी करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. गाजियाबाद में कृषि विभाग की तरफ से ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर किसानों के गोल्डन कार्ड बनाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री की जा रही है. इसके बाद किसानों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा. गोल्डन कार्ड के माध्यम से किसानों को कई प्रकार की सुविधा मिल सकेंगे. प्रशासन की तरफ से गाजियाबाद में करीब 44000 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करने का लक्ष्य दिया गया है.
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) सौरभ भट्ट के मुताबिक, जनपद गाजियाबाद में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है. इस कार्य को 28 से 31 दिसंबर तक महाअभियान के रूप में किया जा रहा है. किसानों की तरफ से जन सेवा केंद्र और कैम्पों पर अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर एवं खसरा-खतौनी की कॉपी के साथ सम्पर्क कर गोल्डन कार्ड बनवा रहें है. शनिवार को एक हजार से अधिक गोल्डन कार्ड के फार्म भरे गये. गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए जनपद के जन सुविधा केंद्रो पर भीड़ रही. जनपद के सीएससी सेंटरों में कार्य बहुत तेजी से संचालित हो रहा है.
किसानों के गोल्डन कार्ड बनाना सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ किसानों को लाभ प्रदान कराना है, साथ ही किसानों को किसी भी योजना के लाभ दिलाने में सुगमता प्रदान करना है. जिला प्रशासन की तरफ से किसानों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में ऑनलाइन स्वयं से, सीएससी (Common Service Centre) सेन्टरों और कैम्पों के माध्यम से अपने गोल्डन कार्ड जरूर बनवायें. गाजियाबाद में कोई भी किसान गोल्डन कार्ड के लाभ से वंचित ना रहे. - सौरभ भट्ट, अपर जिलाधिकारी, गाजियाबाद
ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक किसानों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित और जागरूक किया जा रहा है. ग्राम प्रधान और विभिन्न सामाजिक संगठनों की तरफ से किसानों को गोल्डन कार्ड के फायदे बताए जा रहे हैं. साथ ही उन्हें अवगत कराया जा रहा है कि किस तरह से वह अपना गोल्डन कार्ड आसानी से बनवा सकते हैं. कृषि विभाग के अधिकारी भी किसानों को गोल्डन कार्ड के फायदे के बारे में जागरूक कर रहे हैं.
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