नई दिल्ली: राजधानी में पुलिस ने लोगों को पिता के बचपन का दोस्त बताकर ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार किया है. डीसीपी नॉर्थ मनोज कुमार मीणा ने बताया कि आरोपी का नाम सद्दाम खान है और वह मथुरा का रहने वाला है. आरोपी ने डीयू की एक छात्रा से 40 हजार रुपये की ठगी की थी. इससे पहले शिकायत में पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया था कि उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को पिता का पुराना दोस्त बताया.
उसने बताया कि कॉलर ने पूर्व उसके पिता से पांच हजार रुपये लेने की बात कही और कहा कि वह उन पैसों को लौटाना चाहता है. कॉलर ने पीड़िता से आगे कहा कि उसके पिता ने उसे पैसे भेजने को कहा है. ऐसा सुनकर छात्रा ने अपना यूपीआई डिटेल दे दिया. कुछ ही देर बाद छात्रा के मोबाइल पर खाते में 50 हजार रुपये आने का मैसेज आया. इस दौरान आरोपी ने फोन किया कि उसने गलती से पांच हजार रुपये की जगह 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं और वह गलती से आए बाकी रुपये लौटा दे.
इसपर उसने बिना खाते की जांच किए बिना आरोपी के यूपीआई लिंक पर 40 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद छात्रा ने देखा कि उसके खाते में पैसे आए ही नहीं थे. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने लगातार पांच दिनों तक देवसेरस में छापेमारी की और बड़ी मशक्कत के बाद सद्दाम खान को दबोचा. उसके पास से दो मोबाइल, तीन सिमकार्ड और अन्य सामान बरामद किया गया. उसने पुलिस को बताया कि उसके गांव में अधिकतर लोग इसी तरह की ठगी में शामिल हैं. वह पहले स्क्रैप का काम करता था. बाद में दोस्तों से यह ठगी सीखी और वह भी ऐसी वारदात को अंजाम देने लगा.
70 हजार की ठगी: वहीं एक अन्य मामले में दिल्ली के मयूर विहार के रहने वाले युवक को सोशल मीडिया के जरिए कनाडा की महिला सर्जन से बात करके दोस्ती करना महंगा पड़ गया. दरअसल दोनों के बीच सोशल मीडिया के जरिए बातचीत शुरू हुई, जिसके बाद दोनों व्हाट्सऐप पर भी बात करने लगे. उसने कहा कि वह भारत घूमने आ रही है और वह कुछ दिन उसके साथ भी रहेगी. लेकिन इस बीच उसे 70 हजार रुपए का चूना लग गया.
कुछ दिन बाद युवक के पास अनजान नंबर से कॉल आई, जिसमें कहा गया कि महिला कस्टम क्लीरियेंस में फंस गई है और क्लीयरेंस के लिए 75 हजार रुपये देना होगा. इसपर युवक ने किसी तरह रुपयों का इंतजाम करके कॉल पर बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद उसे एक अन्य कॉल आई, जिसमें उससे एक लाख रुपये की मांग की गई, जो बाद में 50 हजार रुपये पर आ गया. शक होने पर युवक ने पूर्वी जिला साइबर सेल थाने में मामले की शिकायत दी. पुलिस अब उस अकाउंट की जानकारी जुटा रही है, जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
शातिर चोर गिरफ्तार: उधर दिल्ली की विजय विहार थाना पुलिस ने ऑपरेशन पराक्रम के तहत एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है. आरोपी के कब्जे से पानी की तीन मोटर और दो मीटर भी बरामद किए गए है. पुलिस अब आरोपी के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है. डीसीपी डॉ. गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि ऑपरेशन पराक्रम के तहत बीते 1 जनवरी को पानी के मीटर और कुछ मोटर चोरी होने के संबंध में एक शिकायत मिली थी. शिकायत के आधार पर पुलिस टीम हरकत में आई और कार्रवाई शुरू की गई. इस दौरान पुलिस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई.
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सीसीटीवी फुटेज और लोकल इनपुट के आधार पर एक चोर की पहचान की गई, जिसके बाद आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम ने अपने गुप्त सूत्रों को तैनात किया और उसे थाना विजय विहार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान विजय विहार निवासी मोहम्मद रिजवान के रूप में हुई. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी की गई पानी की तीन मोटर और दो मीटर भी बरामद हुए, जिन्हें जब्त कर लिया गया. फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
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