नई दिल्ली: दिल्ली की यमुना से जहरीले झाग को खत्म करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी नाव पर सवार होकर लगातार केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं. छठ पर्व से पहले यमुना को साफ और स्वच्छ करने को लेकर पिछले दो दिनों से केमिकल छिड़काव का काम जारी है. बावजूद इसके जहरीला झाग कम होता नहीं दिख रहा. शनिवार सुबह भी कालिंदी कुंज में यमुना नदी में बड़ी मात्रा में झाग नजर आया.
दरसल, दिल्ली उच्च न्यायालय ने यमुना नदी के तट पर छठ पर्व मनाने पर प्रतिबंध लगाया है. यमुना नदी में उतरने पर रोक है. छठ का व्रत रखने वाले श्रद्धालु घुटने तक पानी में उतरकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं. जहरीले झाग के बीच यमुना में उतरने पर स्वास्थ्य संबंधी बिमारियां हो सकती हैं. जिसे देखते हुए कुछ इलाकों में नदी किनारे कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. जहां पूजा करने की व्यवस्था है.
दिल्ली के कालिंदी कुंज यमुना घाट पर जल बोर्ड की टीम तैनात है. यहां पर जल बोर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में कर्मचारी नाव के जरिए यमुना में केमिकल का छिड़काव कर झाग को खत्म करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी यमुना से झाग काम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
17 नवंबर से छठ की शुरुआत हो चुकी है. पहले दिन नहाय खाय की परंपरा का निर्वहन किया गया. दूसरे दिन खरना होता है. छठ का पर्व सूर्य देव की उपासना के लिए माना जाता है. आज खरना संपन्न होने के बाद कल यानी कि 19 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा.