नई दिल्ली: मनीष सिसोदिया के बीजेपी पर दिए गए बयान के बाद अब बीजेपी ने भी AAP पर हमलावर रुख अपना लिया है. सिसोदिया ने कहा था कि बीजेपी ने AAP के विधायकों को 10-10 करोड़ का ऑफर दिया है. जिस पर प्रदेश बीजेपी के महामंत्री रविंद्र गुप्ता ने कहा कि सिसोदिया को पता होना चाहिए कि ये लोकसभा का चुनाव है, विधानसभा का नहीं.
बुधवार को आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए, पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी AAP के विधायकों की खरीद फरोख्त करना चाहती है. बीजेपी ने AAP के 7 विधायकों को 10-10 करोड़ का ऑफर दिया है.
मनीष सिसोदिया के आरोपों पर प्रदेश बीजेपी के महामंत्री रविंद्र गुप्ता ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि सिसोदिया को पहले ये पता होना चाहिए कि ये लोकसभा का चुनाव है, विधानसभा का नहीं. जो इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं.
'खरीद-फरोख्त का क्या मतलब'
रविंद्र गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया झूठ की खेती कर रहे हैं. अभी लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार चल रहा है. बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. उसमें AAP विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप का क्या मतलब?
रविंद्र गुप्ता ने ये भी कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी अजय माकन पहले ही कह चुके हैं कि आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने की वजह से इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही बीजेपी के प्रदर्शन से हताश हो चुके हैं. इसी हताशा में ये आरोप लगाया गया है. केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं ने पहले ही हार मान ली है.
'केजरीवाल ने बांटे विवादित पम्पलेट'
रविंद्र गुप्ता ने ये भी कहा कि कुछ दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल ने एक पम्पलेट दिल्ली भर में बंटवाया है. जिसमें लिखा है कि वोट के लिए अगर कोई पैसा दे तो रख लेना और वोट आम आदमी पार्टी को ही देना.
'खो चुके मानसिक संतुलन'
महामंत्री रविंद्र गुप्ता ने कहा कि चुनाव पूर्व जिस तरह का ये षड्यंत्र और बयानबाजी कर रहे हैं, इससे पता चलता है कि मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं.
'AAP के विधायक खुद ही टूट रहे हैं'
वहीं नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मनीष सिसोदिया के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि AAP विधायकों को तोड़ने की किसी को क्या ज़रूरत है? केजरीवाल जिस विधानसभा में अपने विधायकों को कोहिनूर बताते थे वो खुद ही टूट रहे हैं, चाहे अलका लांबा हों, कपिल मिश्रा हों, संदीप कुमार हों या अन्य ऐसे कई विधायक हैं जो आज खुद आम आदमी पार्टी से अलग होना चाहते हैं. मनीष सिसोदिया का ये बयान उनकी हताशा और बौखलाहट को बयान करता है इसके सिवाय कुछ नहीं.