नई दिल्ली: संत गुरु रविदास मंदिर को तोड़े जाने के विवाद पर जहां सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सरकार द्वारा दी गई सलाह को 200 वर्ग मीटर से बढ़ा कर 400 वर्ग मीटर किया है. लेकिन दिल्ली कांग्रेस कमेटी अभी भी अपने स्टैंड पर खड़ी हुई है. दिल्ली कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष का कहना है कि जब तक संत गुरु रविदास की अनुयायियों के साथ न्याय नहीं होता है तब तक कांग्रेस अपने बात पर अडिग रहेगी.
उसी स्थान पर बनाए जाए मंदिर
राजेश लिलोठिया ने कहा कि बीते 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जहां मंदिर को तोड़ दिया गया था. तो वहीं दूसरी ओर इससे हजारों अनुयायियों की भावनाएं आहत हुई थी. उन्होंने कहा कि इस फैसले से दलित समाज की भावनाएं को ठेस पहुंची है. इस बाबत कांग्रेस शुरू से उसी स्थान पर मंदिर का पुनः निर्माण चाहती है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार और सुप्रीम कोर्ट से दरखास्त है कि संत गुरु रविदास मंदिर जितने स्थान पर बना था, उसी स्थान पर दोबारा से उसका पुनर्निर्माण कराया जाए. सोमवार को भले ही उसे बढ़ा कर 400 वर्ग मीटर किया गया हो. लेकिन हमारी मांग है इसे पहले की भांति 12 बीघा में ही बनाया जाए.
सरकार निभा रही दोहरा रवैया
राजेश लिलोठिया ने कहा कि केंद्र सरकार संत गुरु रविदास के अनुयायियों और सुप्रीम कोर्ट को भ्रमित कर रही है और वह इस पूरे मामले पर दोहरा रवैया अपना रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है कि जिस जगह मंदिर था उसे छोटी सी कुटिया में ही समेट दिया जाए. लेकिन कांग्रेस कमेटी उस स्थान पर ही पुनर्निर्माण चाहती है जिससे कि आस्था पर चोट ना पहुंचे. फिलहाल देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस पूरे मामले पर जहां 400 वर्ग मीटर में बनाने के आदेश दे रहा है, इस पर आगामी दिनों में क्या मोड़ देखने को मिलता है.