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संत रविदास मंदिर विवाद: 100 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़, भीम आर्मी प्रमुख अरेस्ट - भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद

तुगलकाबाद में हिंसा के दैरान 100 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने इस पूरे मामले में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद गिरफ्तार सहित 45 लोगों को हिरासत में लिया है.

100 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ etv bharat
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Published : Aug 22, 2019, 1:04 PM IST

नई दिल्ली: साउथ ईस्ट दिल्ली के तुगलकाबाद में बीती शाम साढ़े 7 बजे के हजारों की संख्या में समुदाय विशेष के लोग इक्कठा हुए. दिल्ली पुलिस ने उन्हें हटाना चाहा तो उपद्रवियों ने पुलिस पर ही पत्थरबाजी शुरु कर दी. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ हवाई फायरिंग और आंसू के गैस के गोले दागे. जिससे भीड़ तितर-बितर हो गई लेकिन हंगामा बढ़ता देख इलाके में दिल्ली पुलिस समेत Paramilitary force भी तैनात कर दी गई.

100 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़

100 गड़ियों में तोड़फोड़
उपद्रव के दौरान उग्र भीड़ ने बहुत उत्पात मचाया था. उपद्रवियों ने 100 से भी अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की. इसमें कई लोगों को चोटें आईं. पुलिस ने इस मामले में 45 लोगों को हिरासत में लिया. उसमें भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल थे. हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस ने कुछ नहीं बताया है.


हिंसा के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं. जिसमें जैतपुर एसएचओ आनंद स्वरूप, साउथ ईस्ट जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश, सेंट्रल जिले के डीजीपी एमएस रंधावा साथ ही कॉन्स्टेबल भी शामिल थे. हलांकि इसके बारे में भी पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.

पूरा मामला यह है
साउथ ईस्ट दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में डीडीए ने संत रविदास मंदिर को तोड़ा दिया था. इस मंदिर पर DDA और मंदिर के बीच मुकदमा चल रहा था. जिसका फैसला कोर्ट ने DDA के पक्ष में सुनाया था. जिसके बाद मंदिर को तोड़ दिया गया था.
इस मंदिर के टूटने के बाद समुदाय विशेष के लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर प्रशासन पर दबाब डालने की कोशिश की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई.


रामलील मैदान में किया गया रैली का आयोजन
बुधवार को रामलीला मैदान में समुदाय विशेष के लोगों ने रैली का आयोजन किया और फिर शाम होते-होते सभी वहां के लिए कूच कर दी. जहां मंदिर तोड़ा गया था.
जब भीड़ तुगलकाबाद इलाके में पहुंचने की कोशिश कर रही थी तब स्थानीय और आसपास की पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन भीड़ को हावी होता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पत्थर फेंकने लगी.
प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके उन्होंने इलाके में सड़कों पर खड़ी सैकड़ों कारों के शीशे तोड़ दिए और बाइक में आग लगा, इलाके में हंगामा शुरु कर दिया. इतना सब होता देख पुलिस फोर्स ने लाठी चार्ज के साथ भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आसूं गैस के गोले और फायरिंग की.
इस सब के बाद इलाके में Paramilitary force को तैनात किया गया. वहीं डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने व्हाट्सएप पर मैसेज जारी कर जनता से शांति व्यवस्था कायम करने की अपील की है.

नई दिल्ली: साउथ ईस्ट दिल्ली के तुगलकाबाद में बीती शाम साढ़े 7 बजे के हजारों की संख्या में समुदाय विशेष के लोग इक्कठा हुए. दिल्ली पुलिस ने उन्हें हटाना चाहा तो उपद्रवियों ने पुलिस पर ही पत्थरबाजी शुरु कर दी. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ हवाई फायरिंग और आंसू के गैस के गोले दागे. जिससे भीड़ तितर-बितर हो गई लेकिन हंगामा बढ़ता देख इलाके में दिल्ली पुलिस समेत Paramilitary force भी तैनात कर दी गई.

100 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़

100 गड़ियों में तोड़फोड़
उपद्रव के दौरान उग्र भीड़ ने बहुत उत्पात मचाया था. उपद्रवियों ने 100 से भी अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की. इसमें कई लोगों को चोटें आईं. पुलिस ने इस मामले में 45 लोगों को हिरासत में लिया. उसमें भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल थे. हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस ने कुछ नहीं बताया है.


हिंसा के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं. जिसमें जैतपुर एसएचओ आनंद स्वरूप, साउथ ईस्ट जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश, सेंट्रल जिले के डीजीपी एमएस रंधावा साथ ही कॉन्स्टेबल भी शामिल थे. हलांकि इसके बारे में भी पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.

पूरा मामला यह है
साउथ ईस्ट दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में डीडीए ने संत रविदास मंदिर को तोड़ा दिया था. इस मंदिर पर DDA और मंदिर के बीच मुकदमा चल रहा था. जिसका फैसला कोर्ट ने DDA के पक्ष में सुनाया था. जिसके बाद मंदिर को तोड़ दिया गया था.
इस मंदिर के टूटने के बाद समुदाय विशेष के लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर प्रशासन पर दबाब डालने की कोशिश की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई.


रामलील मैदान में किया गया रैली का आयोजन
बुधवार को रामलीला मैदान में समुदाय विशेष के लोगों ने रैली का आयोजन किया और फिर शाम होते-होते सभी वहां के लिए कूच कर दी. जहां मंदिर तोड़ा गया था.
जब भीड़ तुगलकाबाद इलाके में पहुंचने की कोशिश कर रही थी तब स्थानीय और आसपास की पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन भीड़ को हावी होता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पत्थर फेंकने लगी.
प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके उन्होंने इलाके में सड़कों पर खड़ी सैकड़ों कारों के शीशे तोड़ दिए और बाइक में आग लगा, इलाके में हंगामा शुरु कर दिया. इतना सब होता देख पुलिस फोर्स ने लाठी चार्ज के साथ भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आसूं गैस के गोले और फायरिंग की.
इस सब के बाद इलाके में Paramilitary force को तैनात किया गया. वहीं डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने व्हाट्सएप पर मैसेज जारी कर जनता से शांति व्यवस्था कायम करने की अपील की है.

Intro:
Update

प्रदर्शनकारी काफी संख्या में रामलीला मैदान से पैदल मार्च करते हुए दिल्ली के तुग़लकाबाद पहुंचे थे इसीलिए प्रदर्शनकारियों की कोई गाड़ी वहां मौजूद नहीं थी



Body:पूरा मामला राजनीतिक हो चुका है इसीलिए पुलिस कुछ बोलने से बच रही है कल उग्र भीड़ ने काफी उत्पात मचाया है काफी संख्या में गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई है लोगों को चोटें आई हैं साथ में पुलिस ने फायरिंग की है 45 लोगों को हिरासत में लिया गया था उनमें भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी शामिल थे हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस के द्वारा कुछ भी नहीं बताया जा रहा है





Conclusion:कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई थी लेकिन इसके बारे में भी पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया घायल अधिकारियों में शामिल पुलिस कर्मी थे उनमें जैतपुर एसएचओ आनंद स्वरूप साउथ ईस्ट जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश सेंट्रल जिले के डीजीपी एमएस रंधावा साथ ही कॉन्स्टेबल भी शामिल थे इस पूरे मामले में पुलिस कुछ भी नहीं बोल रही हैं ।
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