नई दिल्ली/नोएडा: रामपुर फतेहपुर गांव में शनिवार को किसान बेरोजगार सभा की मीटिंग हुई. इसमें विजय पाल ने बताया कि किसान बेरोजगार सभा एनटीपीसी पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का उपयोग किया. पुलिस प्रशासन ने की बर्बरता के खिलाफ किसान बेरोजगार सभा ने कमिश्नरेट का घेराव करने का निर्णय लिया हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष सूबे राम ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे थे. उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया, जिसमें महिलाओं सहित दर्जनों किसान घायल हो गए.
दरअसल, एनटीपीसी प्लांट के बाहर 24 गांव के किसान एक समान मुआवजा सहित कई मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. 1 नवंबर को पुलिस ने महिलाओं और किसानों पर पहले पानी की बौछार की और उसके बाद लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें 1 दर्जन से ज्यादा महिलाएं व किसान घायल हो गए.
वहीं, पुलिस ने पांच सौ से ज्यादा किसानों पर मुकदमा दर्ज कर दिया और 1 दर्जन से अधिक किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसको लेकर कई किसानों के संगठन किसानों के समर्थन में आ गए हैं और किसानों की रिहाई व उनकी मांगों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन भी सौंप चुके हैं.
किसान बेरोजगार सभा ने भी मीटिंग में किसान महिलाओं और बच्चों पर की गई लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए निलंबित करने की मांग की और कहा कि किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए. मौके पर राजेंद्र प्रधान, पप्पू प्रधान, ओमवीर, चिमन सिंह, आनंद सिंह, पवन नेताजी, विदेश भाटी, राजेंद्र नेताजी, धर्मवीर सिंह, मनोज भाटी, सत्तू और राजवीर सहित इत्यादि उपस्थित रहे.
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