नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की विभिन्न रामलीला आयोजन समितिय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की (Manish Sisodia holds meeting with Ramlila Committee) . इसमें उन्होंने कहा कि हर साल की भांति इस साल भी दिल्ली सरकार रामलीला के आयोजन के लिए समितियों को पूरा सहयोग देगी. दिल्ली के कोने-कोने में रामलीला का भव्य तरीके से आयोजन किया जा सकेगा. रामलीला की तैयारी काे लेकर समिति के प्रतिनिधियाें से चर्चा की. बता दें, कोरोना की वजह से पिछले दाे साल से रामलीला का आयोजन नहीं हो पाया था.
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की रामलीला पूरे देश में प्रसिद्ध है. सदियों से यह हमारे प्राचीन परम्परा, संस्कृति व सभ्यता का अहम हिस्सा रहा है. इन संस्कृतियों का संरक्षण करना व इन्हें प्रोमोट करना केजरीवाल सरकार की प्राथमिकता है. इस दिशा में हम प्राथमिकता के साथ काम कर रहे हैं. रामलीला का मंचन भी दिल्ली की इसी संस्कृति व सभ्यता का हिस्सा है, जिसे सदियों से संजोया गया है. जिसका उदाहरण रामलीला मैदान में होने वाली रामलीला है.
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जहां दाे सदियों से ज्यादा समय से रामलीला का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान पूरी दिल्ली एक अलग रंग में रंगी होती है. दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होने वाली रामलीलाओं में लाखों की संख्या में दर्शक अपने परिवारों के साथ शामिल होकर प्रभु श्रीराम के जीवन दर्शन को देखते हैं, उससे सीखते हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने हमेशा रामलीला के आयोजन को लेकर आयोजन समितियों का पूरा सहयोग किया है (Delhi government will support to Ramlila).
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बैठक में चैम्बर ऑफ ट्रेड और इंडस्ट्री के चेयरमैन ब्रजेश गोयल, दिल्ली रामलीला महासंघ व लव-कुश रामलीला कमिटी, लाल किला के अध्यक्ष अर्जुन कुमार, महसचिव सुभाष गोयल, ईस्ट दिल्ली रामलीला महासंघ के अध्यक्ष व इंद्रप्रस्थ रामलीला के प्रधान सुरेश बिंदल, रामलीला कमिटी (रामलीला मैदान) के अध्यक्ष राजेश खन्ना, सम्पूर्ण रामायण कमिटी के अध्यक्ष राजेन्द्र मित्तल सहित दिल्ली के विभिन्न रामलीला कमिटी के प्रतिनिधि शामिल हुए.