नई दिल्ली: राजधानी की यमुना नदी में मूर्ति विसर्जन के प्रतिबंध के बाद कृत्रिम तालाबों में विसर्जन किया जाता है. इसी क्रम में गुरुवार को दक्षिण पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों में इन कृत्रिम तालाबों में भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. विभिन्न जगहों की भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
वहीं, कालिंदी कुंज यमुना घाट पर मूर्ति विसर्जन की अनुमति न मिलने पर मदनपुर खादर इलाके में शिव घाट पर कई कृत्रिम तालाब बनाए गए जहां पर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से लाई गई गणेश प्रतिमाएं विसर्जित की गईं. इस दौरान भगवान गणेश की बड़ी मूर्तियों को क्रेन की मदद से विसर्जित किया गया. विसर्जन में शामिल हुए लोग जमकर भजनों की धुन पर नाचते हुए नजर आए.
बता दें, यमुना नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के बाद किसी भी प्रकार की प्रतिमा विसर्जन पर रोक है. इसलिए मदनपुर खादर इलाके में शिव घाट पर कृत्रिम तालाब प्रशासन के द्वारा बनाए जाते हैं. बीते 19 सितंबर से गणोत्सव की शुरुआत हुई थी, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया. इसी क्रम में दिल्ली में भी जगह-जगह पंडाल बनाए गए थे, जहां भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिनका विसर्जन गुरुवार को किया गया.
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