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मीठापुर: पार्क की खाली जमीन बनी डंपिंग जोन, लोग हो रहे परेशान - दिल्ली नगर निगम

दिल्ली के मीठापुर गांव में सिंधु फार्म रोड के स्थानीय लोग काफी परेशान हैं. इनकी परेशानी का कारण सिंधु फार्म रोड किनारे स्थित खाली पड़ी 10 एकड़ की जमीन है, जो अब डंपिंग जोन बन गई है. यहां पर पार्क बनना था.

land marked for park became dumping zone at mithapur
डंपिंग जोन में तब्दील हुई मीठापुर में खाली जमीन
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Published : Jul 6, 2020, 7:54 PM IST

Updated : Jul 6, 2020, 10:57 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मीठापुर गांव में सिंधु फार्म रोड किनारे स्थित खाली पड़ी 10 एकड़ जमीन ने स्थानीय लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है. यहां खुलेआम कूड़े फेंका जा रहा है, इससे स्थानीय लोगों का रहना दूभर हो रहा है.

डंपिंग जोन में तब्दील हुई मीठापुर में खाली जमीन

2 साल से नहीं हुआ निर्माण

स्थानीय लोगों के अनुसार खाली पड़ी इस जमीन को पार्क के रूप में विकसित किया जाना था. 12 जनवरी 2018 को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यहां पार्क निर्माण के लिए शिलान्यास भी रखा था. लेकिन 2 साल बीत जाने के बावजूद यहां पार्क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. अब यह डंपिंग ग्राउंड जरूर बन गया. इससे लोगों की परेशानी बढ़ रही है.

बारिश में बढ़ जाती परेशानी

बारिश में लोगों की परेशानी दोगुनी हो जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि खाली पड़ी जमीन में फेंके जा रहे कूड़े से बारिश के मौसम में दिक्कतें और बढ़ जाती है. यहां पानी भर जाता है. इससे कूड़े के सड़ने से आने वाली बदबू लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. साथ ही खतरनाक मच्छरों के पनपने का डर भी रहता है. स्थानीय लोगों के अनुसार यह समस्या कई सालों से बनी हुई है. लेकिन इसका समाधान नहीं किया जा रहा.

पार्क का निर्माण नहीं हुआ शुरू

स्थानीय लोगों का आरोप है कि खाली पड़ी जमीन में फेंके जा रहे कूड़े से केंद्र व राज्य सरकार की स्वच्छता अभियान पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है. स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से यहां पार्क का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका. अगर यहां पार्क बन जाए तो लोगों को इससे काफी लाभ मिलेगा. लेकिन पार्क का निर्माण कार्यक्रम कब शुरू होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मीठापुर गांव में सिंधु फार्म रोड किनारे स्थित खाली पड़ी 10 एकड़ जमीन ने स्थानीय लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है. यहां खुलेआम कूड़े फेंका जा रहा है, इससे स्थानीय लोगों का रहना दूभर हो रहा है.

डंपिंग जोन में तब्दील हुई मीठापुर में खाली जमीन

2 साल से नहीं हुआ निर्माण

स्थानीय लोगों के अनुसार खाली पड़ी इस जमीन को पार्क के रूप में विकसित किया जाना था. 12 जनवरी 2018 को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यहां पार्क निर्माण के लिए शिलान्यास भी रखा था. लेकिन 2 साल बीत जाने के बावजूद यहां पार्क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. अब यह डंपिंग ग्राउंड जरूर बन गया. इससे लोगों की परेशानी बढ़ रही है.

बारिश में बढ़ जाती परेशानी

बारिश में लोगों की परेशानी दोगुनी हो जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि खाली पड़ी जमीन में फेंके जा रहे कूड़े से बारिश के मौसम में दिक्कतें और बढ़ जाती है. यहां पानी भर जाता है. इससे कूड़े के सड़ने से आने वाली बदबू लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. साथ ही खतरनाक मच्छरों के पनपने का डर भी रहता है. स्थानीय लोगों के अनुसार यह समस्या कई सालों से बनी हुई है. लेकिन इसका समाधान नहीं किया जा रहा.

पार्क का निर्माण नहीं हुआ शुरू

स्थानीय लोगों का आरोप है कि खाली पड़ी जमीन में फेंके जा रहे कूड़े से केंद्र व राज्य सरकार की स्वच्छता अभियान पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है. स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से यहां पार्क का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका. अगर यहां पार्क बन जाए तो लोगों को इससे काफी लाभ मिलेगा. लेकिन पार्क का निर्माण कार्यक्रम कब शुरू होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

Last Updated : Jul 6, 2020, 10:57 PM IST
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