नई दिल्ली: सनातन धर्म के खिलाफ दिए बयान को लेकर तमिलनाडु के मंत्री और द्रमुक युवा विंग के सचिव उदयनिधि स्टालिन पर चौतरफा हमला हो रहा है. अब दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने उदयनिधि को मानसिक रूप से बीमार बताया है. इसके साथ ही उन्होंने मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ ने बताया कि उदयनिधि स्टालिन जैसे लोगों को मंत्री पद पर रहने का अधिकार नहीं है. ये जन नेता नहीं, उनकी नागरिकता समाप्त कर देनी चाहिए. यह एक सोची समझी साजिश के तहत हिंदू विरोधी बयान दिया गया है. हमेशा से उनकी पार्टी हिंदू विरोधी रही है. उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कड़ी करवाई होनी चाहिए. उनको सलाखों के पीछे पहुंचना चाहिए.
पीठाधीश्वर ने कहा कि सनातन धर्म को समझना उनके बस की बात नहीं है. सनातन धर्म को लेकर जो भी आरोप उन्होंने लगाया है सभी निराधार है. सनातन धर्म सभी लोगों के सुख और वृद्धि की कामना करता है. सनातन धर्म में कहा जाता है कि सर्वे भवंतु सुखीना, सर्वे संतु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु ,मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्, अर्थात सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी का जीवन मंगलमय बनें और कोई भी दुःख का भागी न बनें.
यह था मामला: बता दें, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और द्रमुक युवा विंग के सचिव उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म उन्मूलन का बयान दिया था. कहा था सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. उदयनिधि के इस बयान के बाद से देशभर में इसका विरोध हो रहा है. वहीं, इंडिया गठबंधन पर भाजपा के द्वारा जमकर हमला बोला जा रहा है. पूछा जा रहा है कि क्या यह इंडिया गठबंधन का स्टैंड है.
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