नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा को सफाई और स्वच्छता में नया मुकाम हासिल कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार प्रयास कर रहा है. प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस सफाईगिरी अभियान की पहल की थी. इस अभियान की मदद से ग्रेटर नोएडा को सफाई में अव्वल लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने प्राधिकरण के प्रयासों के साथ आम लोगों के सहयोग की भी अपेक्षा की है. इसी अभियान के तहत शनिवार को अल्फा वन सेक्टर में प्राधिकरण के अधिकारियों ने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida authority) के ओ.एस.डी रजनीकांत ने शनिवार को सेक्टर अल्फा 1 की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने सफाईगिरी अभियान (Safaigiri campaign) के जरिए स्वच्छता में ग्रेटर नोएडा को अलग मुकाम दिलाने के लिए सभी निवासियों से सहयोग मांगा. प्राधिकरण की सहयोगी संस्था फीडबैक फाउंडेशन ने अपशिष्ट प्रबंधन की कार्यशाला की.
इस का मुख्य उद्देश्य अपशिष्ट को गीला-सूखा कचरा अलग-अलग रख कर ही स्वच्छता कर्मियों को दिया जाए एव सिंगल यूज़ प्लास्टिक की जगह विकल्पों के प्रयोग किया जाए. आरडब्ल्यूए की तरफ से OSD रजनीकांत को मांग पत्र भी सौंपा गया. इस मांग पत्र में सेक्टर के पार्को में शौचालय की व्यवस्था, टूटी नालियों का निर्माण, पेड़ो की छटाई और अवैध रूप से चल रहे पीजी को बंद करने की मांगों को रखा गया.
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इस दौरान ओ.एस.डी रजनीकांत ने सेक्टर के लोगो से कहा कि सफाईगिरी अभियान का मकसद ग्रेटर नोएडा को स्वच्छता के सबसे ऊंचे मुकाम तक पहुंचाना और सभी समस्याओं का समयबद्ध तरीके से हल करना है. यह सब तभी संभव होगा जब ग्रेटर नोएडा का हर नागरिक इस मुहिम से जुड़ेगा और अपना योगदान देगा. उन्होंने आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों से घरेलू वेस्ट को घर में ही प्रोसेस कर कंपोस्ट बनाने की अपील की.
प्राधिकरण ने 100 कपड़े के थैलो को RWA को दिया, जो थैला बैंक के रूप में सेक्टर में स्थापित किया गया. इस प्रयास से सेक्टर को सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्ति बनाने में मदद मिलेगी.
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