नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें गांधी के जीवन, उनके काम और समाज में दिए गए उनके योगदान के बारे में कई विद्वानों ने चर्चा की. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सूरीनाम की भारत में राजदूत आसना कन्हाई शामिल हुई.
इसके अलावा फेमस सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुभा राव, गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष श्री राम चंद्र राही और गांधी पीस फाउंडेशन के चेयरमैन श्री कुमार प्रशांत भी शामिल हुए.
'सूरीनाम में 30 फ़ीसदी तक भारतीय'
गांधी जी की 150वी जयंती के मौके पर इन सभी लोगों ने उनके जीवन और सामाजिक कार्यो के बारे में चर्चा की. कार्यक्रम में शामिल हुई सूरीनाम की राजदूत ने कहा कि सूर्य नाम का साउथ अमेरिका में बसा हुआ एक छोटा सा शहर है जिसमें 30 फ़ीसदी तक भारतीय रहते हैं और वहां की मातृभाषा डच है बावजूद इसके कई लोग हिंदी बोलते हैं और वो खुद हिंदी बोलना जानती हैं.
'भारत के साथ मिलकर करेंगे प्रगति'
उनका कहना था कि सूरीनाम और भारत दोनों एक विकासशील देश हैं जो अपनी संस्कृति को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और हम भारत के साथ मिलकर हरे क्षेत्र में प्रगति करना चाहते हैं इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर सभी को बधाई दी.
बुद्धिजीवियों ने गांधी जी के विचारों पर की चर्चा
इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल हुए जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के तमाम प्रोफेसरों ने भी गांधी के बारे में अपने विचार रखे. डॉक्टर मुकुल केस्वान, डॉक्टर कृष्णा स्वामी दारा, डॉक्टर बुलबुल धार समेत कई प्रोफेसर कार्यक्रम में शामिल हुए और स्पीच दी इस दौरान उन्होंने कई बेहतरीन नज्में भी पेश की.
छात्रों ने पेश किया मधुर संगीत
इतना ही नहीं कार्यक्रम में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बेहतरीन संगीत की प्रस्तुति भी दी. जिससे कि पूरा सभागार गूंज उठा और सब ने मधुर संगीत का आनंद लिया.
गांधी जयंती के मौके पर 3 दिन का कार्यक्रम आयोजित
यूनिवर्सिटी की डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर सेमी फरहद बशीर ने बताया कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वजह से ही स्थापित हुई है, इसलिए गांधीजी के 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 3 दिन का विशेष कार्यक्रम रखा गया है.