नई दिल्ली /ग्रेटर नोएडा: किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर मंगलवार को महापंचायत का आयोजन किया. किसानों का कहना है कि हमारी मांगें पूरी होने तक यह महापंचायत अब अनिश्चित कालीन धरने के रूप में आगे यहीं पर चलती रहेगी. कहा कि इससे पहले भी किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कई बार धरना- प्रदर्शन किया है. उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. इस बार उन्हें आश्वासन नहीं उनके अधिकार चाहिए.
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दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण गौतम बुध नगर में इन तीनों प्राधिकरण के द्वारा किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया. जिसके बाद किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिला और किसानों को आवासीय भूखंड, रोजगार सहित अन्य मांगे अभी तक पूरी नहीं की गई है. जिनको लेकर समय-समय पर जिले के किसान धरना प्रदर्शन करते रहे लेकिन उन्हें अधिकारियों के द्वारा केवल आश्वासन मिला. आश्वासन के बाद जब किसानों का धरना प्रदर्शन खत्म हो जाता है उसके बाद भी उनकी मांगे ऐसे ही चली आ रही है उनको कभी पूरा नहीं किया गया.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे के लिए किसानों की जमीन का अधिकरण किया गया था. लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी अभी तक उनकी जमीन का बढ़ा हुआ 64% मुआवजा उन्हें नहीं मिला है. किसानों की मांग है कि प्राधिकरण के अधिकारी जैसे ही मांगों को पूरा करते रहें इसकी जानकारी वह धरने पर बैठे किसानों को देते रहें जब उनकी सभी मांगे धरातल पर पूरी हो जाएंगे तो वह धरना खुद ही समाप्त कर देंगे. लेकिन जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी उनका यह धरना दिन और रात लगातार चलता रहेगा.
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