नई दिल्ली: धर्मांतरण के कराने के मामले में यूपी एटीएस के द्वारा धर्मांतरण मामले में किए गए खुलासे में जिस ऑफिस की बात कही गई है. ईटीवी भारत की टीम उस ऑफिस तक पहुंची.
जोगाबाई एक्सटेंशन से चल रहा था धर्मांतरण का रैकेटदरअसल, यूपी एटीएस ने खुलासा किया गया है कि जामिया नगर इलाके के जोगाबाई एक्सटेंशन के IDC (इस्लामिक दवाह सेंटर) ऑफिस से धर्मांतरण के रैकेट को ऑपरेट किया जाता था. जिसके चेयरमैन उमर गौतम को UP ATS के द्वारा गिरफ्तार किया गया है. वह बटला हाउस इलाके के k-47 बिल्डिंग के फोर्थ फ्लोर पर रहता है. साथ ही जिस ऑफिस का खुलासा UP-ATS के द्वारा किया गया है. वहीं इलाके में मौजूद एक स्थानीय का कहना है-
यह सब राजनीति की वजह से किया जा रहा है. अगर यूपी वालों को समस्या थी तो जामिया थाने में सूचना देते और ले जाते. उनको डासना से उठाने की क्या जरूरत थी. उनको न लखनऊ से उठाया गया है. डासना में सूचित किया गया कि आप यहां आइए आप जो भी काम करते हैं. अपना डॉक्यूमेंट लेकर आइए. जब वो डॉक्यूमेंट लेकर गए तो उनको अंडरग्राउंड कर दिया गया. तीन दिन पता चला कि उनके ऊपर धर्मांतरण का केस डाल दिया गया. लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. उनका काम ये था कि जो लोग परेशान आते थे, वे उनकी सहायता किया करते थे.
क्या है मामला
यूपी एटीएस ने दिल्ली के जामिया नगर से जहांगीर और उमर गौतम नाम के दो ऐसे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने प्रदेश में धर्मांतरण कराने में बड़ी भूमिका निभाई है. आरोपियों से पूछताछ के दौरान इसमें इस्लामिक दावा सेंटर नाम की संस्था का नाम सामने आया है, जिसका संचालन उमर गौतम कर रहा था. वहीं उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से संचालित नोएडा डेफ सोसायटी के मूक बधिर बच्चों को नौकरी, शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था.
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