नई दिल्लीः पूर्वांचल के लोगों का पारंपरिक त्योहार चैती छठ पर राजधानी दिल्ली के कालिंदी कुंज यमुना घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. यहां पर भारी मात्रा में झाग है, इसलिए श्रद्धालु यमुना के पानी में खड़े होकर भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया. आज हर्षोल्लास के साथ चैती छठ का पर्व मनाया जा रहा है.
कालिंदी कुंज यमुना किनारे छठ पूजा करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि पुलिस हमें यहां आने से रोक रही है, जबकि हर कोई जानता है कि छठ पूजा में कोई गंदगी नहीं होना चाहिए. छठ के लिए घाट की साफ-सफाई की जाती है. अगर हम छठ करने के लिए यहां ना आएं तो फिर कहां जाएं? श्रद्धालुओं ने बताया कि यमुना में काफी गंदगी है. पूजा करने के लिए मजबूरी में हम यहां आए हैं और यमुना में झाग के बीच पूजा कर रहे हैं. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और यमुना को साफ-सुथरा रखना चाहिए.
श्रद्धालुओं का कहना था कि आज हम सब भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए यमुना किनारे पहुंचे हैं और अपनी पूजा कर रहे हैं. इस दौरान छठ व्रती झाग से भरे यमुना में खड़े होकर अर्घ्य देते नजर आए. बता दें बीते कई दिनों से लगातार दिल्ली के कालिंदी कुंज यमुना में बड़ी मात्रा में सफेद रंग का झाग नजर आ रहा है और यह सिलसिला सोमवार को छठ पर्व के दिन भी जारी है. दरअसल, यमुना के पानी में अमोनिया का मात्रा बढ़ने के कारण बड़ी मात्रा में सफेद रंग का झाग नजर आ रहा है.
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बता दें, चैती छठ का पहला अर्घ्य डूबते हुए भगवान भास्कर को सोमवार शाम को दिया गया. वहीं मंगलवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व का समापन किया गया. छठ का पर्व नहाए खाए के साथ शुरू होता है और चार दिनों तक चलता है. छठ महापर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है. चैती छठ पर्व की शुरुआत शनिवार को नहाए खाए के साथ हुई थी. रविवार को खरना हुआ था और सोमवार को पहला अर्घ्य हुआ. मंगलवार सुबह उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर चार दिवसीय पर्व का समापन होगा.
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