नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में राशन कार्ड होने के बावजूद लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है. राशन डीलर यह कहकर राशन देने से मना कर देता है कि उनका नाम उनके पास अभी नहीं आया है. लेकिन हैरानी इस बात की है कि उनके राशन कार्ड पर राशन उठा लिया जाता है और कार्ड धारक को इसकी भनक भी नहीं लगती है. जनवरी महीने में एक राशन कार्ड पर 14 किलो गेहूं और 14 किलो चावल उठाने का सूचना दर्ज है, जबकि राशन कार्ड धारक को राशन मिला ही नहीं है.
उनका राशन कौन उठा रहा है, उन्हें खुद नहीं पता. गली नंबर 9 में राशन डीलर के यहां इनका राशन आवंटित है. वहां उन्हें यह कहकर राशन नहीं दिया जा रहा है कि उनका नाम उनके पास राशन दफ्तर से नहीं आया है. इसलिए राशन कार्ड होने के बावजूद उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है.
मुश्किल दौर में भी नहीं मिला राशन
गंगा देवी का कहना है कि उन्हें कभी भी राशन नहीं मिला है. जब भी वह राशन के लिए जाती हैं, उन्हें बार-बार अगली तारीख दे दी जाती है और फिर उन्हें परेशान किया जाता. फिर बताया जाता कि राशन खत्म हो गया है. लॉकडाउन के दौरान जब सभी लोग अपने घरों में बंद थे और राशन की व्यवस्था नहीं थी. उस मुश्किल दौर में भी गंगा देवी को राशन नहीं मिला. जैसे-तैसे तो गुजारा कर लिया, लेकिन अब राशन कार्ड होने के बावजूद उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है.
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राशन देने में है किसकी कमी
हाथ में राशन कार्ड है, फिर भी राशन उनसे इतना दूर क्यों है ? इससे वह काफी हैरान है. सरकार की तरफ से कोई कमी है या राशन डीलर की तरफ से कोई कमी है. गंगादेवी को समझ में नहीं आ रहा है. उन्हें संदेह हो रहा है कि पूरे सिस्टम में ही कोई झोल है. गंगा देवी का कहना है कि किसकी कहां गलती हो रही है? कमी क्या है ? इससे मतलब नहीं है, उन्हें बस राशन चाहिए.