नई दिल्ली: जामिया इलाके में बीते 15 दिसंबर को हुए दंगे के मामले में गिरफ्तार जेएनयू छात्र शरजील इमाम के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. साकेत स्थित मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है. इसमें बताया गया है कि बीते 13 दिसंबर को उसने जामिया के बाहर भड़काऊ भाषण दिया जिसके चलते लोग उग्र हुए और 15 दिसंबर को उन्होंने दंगा किया. इस मामले में देशद्रोह की धारा भी शरजील पर लगाई गई है.
15 दिसंबर की है घटना
पुलिस के अनुसार बीते 15 दिसंबर को जामिया विश्वविद्यालय के बाहर सीएए के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा की गई थी. इसे लेकर न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने और जामिया थाने में दंगे का मामला दर्ज किया गया था. यहां मौजूद भीड़ ने पुलिस पर पथराव करने के साथ ही काफी गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी थी. इस घटना को लेकर दंगे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था. इस घटना में कई पुलिसकर्मी एवं आम लोग घायल भी हुए थे.
क्राइम ब्रांच ने शरजील को किया था गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में दर्ज दंगे के इस मामले में शरजील इमाम को गिरफ्तार किया था. उस पर जामिया दंगे की साजिश और लोगों को इसके लिए भड़काने का आरोप है. उसने यहां पर जो भाषण दिया था उसे लेकर क्राइम ब्रांच ने देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया था. अपने भाषण में उसने असम को भारत से काटकर अलग करने की बात कही थी जिसे लेकर देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ था.
एसआईटी ने दायर किया आरोपपत्र
पुलिस के अनुसार इस मामले में दंगा करने वाले आरोपियों के खिलाफ डीसीपी राजेश देव की देखरेख में एसआईटी ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया था. इस मामले में बाद में शरजील इमाम की गिरफ्तारी की गई थी जिसके चलते अब अदालत के समक्ष क्राइम ब्रांच ने पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. उसके खिलाफ आरोपपत्र में देशद्रोह का भी आरोप है. इस मामले में आगे छानबीन अभी चल रही है.