नई दिल्ली: राजधानी में यमुना की स्थिति बदहाल है. बीते कई दिनों से लगातार कालिंदीकुंज यमुना के पास बड़ी मात्रा में सफेद रंग का झाग नजर आ रहा है, जिस पर दिल्ली की राजनीति गर्म है. राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. वहीं, इसको लेकर आम लोगों का क्या कहना है, यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से बातचीत की.
मुकेश जोशी ने बताया कि दिल्ली की यमुना नदी हमारे भारत की पावन नदी है. इसकी हालत ठीक नहीं है. इसमें फैक्ट्री वाले केमिकल डालते हैं. इसका जल मनुष्य के किसी काम का नहीं है. इसके लिए सरकार को कुछ करना चाहिए. हमारे देश की पावन नदियों की देखभाल होनी चाहिए. चंद्र प्रकाश ने बताया कि यमुना में हुई गंदगी से दिल्ली के कई इलाकों में पानी की सप्लाई पर भी असर पड़ा है. यमुना का, जो हाल है, उसके लिए कुछ करने की जरूरत है. कई सालों से यमुना की यही स्थिति है.
पवन कुमार ने यमुना के बदहाली पर कहा कि सरकार इसको लेकर क्या कर रही है. पता नहीं चलता. लॉकडाउन के दौरान यमुना साफ हुई थी. लोग इसमें नहा रहे थे, पानी भी पी रहे थे, लेकिन फिर यमुना गंदी हो गई है. इसमें लोग हाथ डालने से भी डरते हैं. लोगों की आस्था है, तो लोग यहां आते हैं.
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शिवानी ने बताया कि यमुना की स्थिति बहुत खराब है. पानी के ऊपर बड़े पैमाने पर सफेद रंग का झाग नजर आ रहा है. यह तो नदी बची ही नहीं है. जिन फैक्ट्रियों का केमिकल इसमें गिर रहा है, उसको रोकना चाहिए. यमुना में आस्था है, तो यहां पर आते हैं, लेकिन यहां का हाल बहुत बुरा है.
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